


राजस्थान के बीकानेर जिले के बज्जू क्षेत्र में दिन-रात पेड़ों की अवैध कटाई हो रही है, जिसमें वन विभाग के अधिकारियों की कथित मिलीभगत से माफियाओं का हौसला बुलंद है। बज्जू में वन विभाग की कई चौकियां और उच्च अधिकारी मौजूद होने के बावजूद पेड़ों की कटाई पर कोई रोक नहीं लगाई जा रही। पर्यावरण प्रेमियों की सजगता के कारण ही कुछ मामलों में वन माफियाओं पर कार्रवाई होती है, जबकि वन विभाग अक्सर संसाधनों की कमी का हवाला देता है।
वन माफिया पेड़ों की कटाई के लिए विशेष प्रकार की आरा मशीन और कटर का उपयोग करते हैं, जो पेड़ काटने के तुरंत बाद ही पत्तों और लकड़ियों को कचरे के रूप में बदल देता है। एक ही दिन में 20 से 30 पेड़ काटकर इनका कचरा बनाकर एकत्रित किया जाता है, जिसे बाद में माफिया जिप्सम फैक्ट्रियों और अन्य उद्योगों को महंगे दामों पर बेचते हैं।

जानकारी के अनुसार, खेतों और सरकारी जमीनों पर कटाई कर यह कचरा 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचा जाता है, जो पंजाब तक पहुंचाया जाता है और मुख्यतः ईंधन के रूप में उपयोग होता है।