


गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में दो दिनों की मजबूती के बाद एक बार फिर से बिकवाली का दौर देखने को मिला। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स में 836.34 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह 79,541.79 के स्तर पर बंद हुआ। दूसरी ओर, निफ्टी भी 284.70 अंक गिरकर 24,199.35 पर आ गया।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के निर्णय का असर
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों के फैसले और विदेशी फंडों की लगातार निकासी के चलते निवेशक सतर्क रहे, जिससे बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। इसके चलते सेंसेक्स और निफ्टी में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, जिसने निवेशकों को चौंका दिया।
दिन भर का कारोबार
बीएसई सेंसेक्स दिन के कारोबार के दौरान 958.79 अंक या 1.19 प्रतिशत तक गिरकर 79,419.34 के स्तर तक पहुँच गया। वहीं, एनएसई निफ्टी 284.70 अंक या 1.16 प्रतिशत गिरकर 24,199.35 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के प्रमुख शेयरों में गिरावट
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, जेएसडब्ल्यू स्टील, सन फार्मा, एशियन पेंट्स, इंडसइंड बैंक, और आईसीआईसीआई बैंक में प्रमुख गिरावट दर्ज की गई। इस बीच, भारतीय स्टेट बैंक अकेला ऐसा स्टॉक रहा जिसने सकारात्मक प्रदर्शन किया और लाभ में रहा।
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विदेशी निवेशकों की निरंतर बिकवाली
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 4,445.59 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा। अन्य एशियाई बाजारों में सियोल, शंघाई और हांगकांग में बढ़त देखी गई, जबकि टोक्यो में गिरावट रही। यूरोपीय बाजार सकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे और बुधवार को वॉल स्ट्रीट में भी तेजी देखी गई।
अन्य वैश्विक घटनाक्रम
रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने प्रतिद्वंदी कमला हैरिस को हराते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक वापसी की। यह चार साल बाद उनकी राजनीतिक निर्वासन से वापसी मानी जा रही है।
मुद्रा बाजार में रुपया कमजोर
विदेशी पूंजी की निकासी और घरेलू शेयर बाजारों में कमजोरी से गुरुवार को भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 6 पैसे गिरकर 84.37 के नए सर्वकालिक निम्न स्तर पर बंद हुआ। अमेरिकी फेड की बैठक के परिणाम से पहले निवेशकों की सतर्कता ने बाजार में और दबाव डाला। इसके अलावा, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने भी रुपये पर नकारात्मक प्रभाव डाला।