


भाजपा नेता प्रियांगु पांडे पर हुए हमले का मामला अब और गंभीर हो गया है। पांडे ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के भाटपारा में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनकी कार पर हमला किया और गोलियां चलाईं। इस घटना के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। अब इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि हमले में क्रूड बम और घातक हथियारों का इस्तेमाल हुआ था। इस हमले में प्रियांगु पांडे के चालक रवि वर्मा और उनके सहयोगी रबी सिंह को गोलियां लगीं, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
क्या है पूरा मामला?
28 अगस्त को भाजपा नेता प्रियांगु पांडे ने आरोप लगाया कि जब वह पूर्व सांसद अर्जुन सिंह के घर की ओर जा रहे थे, तब भाटपारा में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनकी कार पर हमला किया। उन्होंने दावा किया कि उनकी कार पर बम फेंके गए और करीब छह-सात राउंड फायरिंग भी की गई। पांडे का कहना है कि इस हमले में उनकी हत्या की साजिश रची गई थी, जिसमें टीएमसी और पुलिस की मिलीभगत थी। उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा हटा ली गई थी, जिससे हमलावरों को हमला करने का मौका मिला।
ड्राइवर और सहयोगी गंभीर रूप से घायल
पांडे ने बताया कि उनके ड्राइवर को भी गोली मारी गई और कई अन्य लोग इस हमले में घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि करीब 50-60 लोगों ने उनकी कार को निशाना बनाते हुए बम और गोलियों से हमला किया।

एनआईए जांच का दायरा
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए ने इसे अपने हाथ में ले लिया है, ताकि हमले के पीछे की सच्चाई का पता लगाया जा सके।