देशभर में इस बार दीपावली अलग-अलग दिनों पर मनाई गई। कई स्थानों पर 31 अक्टूबर को, जबकि कई जगहों पर 1 नवंबर को दीपावली का उत्सव मनाया गया। बीकानेर में, लक्ष्मीनाथ जी मंदिर में 1 नवंबर को दीपावली मनाई गई, जिससे अधिकांश शहर में ठाकुर जी के साथ ही यह पर्व मनाया गया।
लक्ष्मी पूजा के साथ ही आतिशबाजी का सिलसिला शुरू हुआ जो शनिवार सुबह तक जारी रहा। अनुमान के अनुसार, करोड़ों रुपये के पटाखों का व्यापार हुआ। इसी बीच, लगातार आग की घटनाएं भी सामने आईं।
कोतवाली थाना क्षेत्र के जेल रोड पर एक पटाखों की दुकान में आग लगने से एकबारगी हड़कंप मच गया। बाबूलाल फाटक के पास रेलवे की जमीन पर झाड़ियों में, और सोनगिरी कुंए के पास भी आग लग गई। नोखा के चरकड़ा गांव की ढ़ाणी में आग लगने से किसान परिवार को काफी नुकसान हुआ, जहां घर में रखा सामान पूरी तरह स्वाहा हो गया।
इसके अलावा, नोखा शहर में नवनी गेट रेलवे फाटक के पास एक शो रूम में और बीकानेर में यूआईटी के भंडार में कबाड़ में भी आग लग गई। लगातार कई जगहों पर लगी आग की खबरों से फायर बिग्रेड की गाड़ियाँ लगातार मुस्तैद रहीं और विभिन्न स्थानों पर पहुँचकर आग पर काबू पाया।

