

दिल्ली-एनसीआर में बुधवार, 23 अक्टूबर 2024 को वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब दर्ज किया गया। दिवाली से पहले, दिल्ली में हालात ‘गैस चेंबर’ जैसे होते जा रहे हैं। हवा में धूल और जहरीली गैसों की मात्रा बढ़ गई है, जिससे राजधानी की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है। सफर इंडिया के अनुसार, दिल्ली का एक्यूआई 349 पर पहुंच गया है। स्थानीय निवासियों ने चिंता व्यक्त की है और सरकार से त्वरित उपायों की मांग की है।
दिल्ली बना सबसे प्रदूषित शहर
मंगलवार को दिल्ली का एक्यूआई सोनीपत के बाद देश में सबसे अधिक दर्ज किया गया। दिल्ली, सोनीपत, जींद, और श्री गंगानगर जैसे शहरों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब रही। इस गंभीर समस्या को देखते हुए, दिल्ली सरकार ने पानी का छिड़काव और अन्य उपाय तेज करने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने डीटीसी और मेट्रो की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने का निर्देश दिया, जिससे सड़कों पर वाहनों की संख्या कम की जा सके। डीटीसी ने फ्रीक्वेंसी बढ़ाई है, और मेट्रो ने 40 अतिरिक्त फेरे शुरू किए हैं। इसके साथ ही, वाहन पार्किंग शुल्क में वृद्धि को लेकर भी कदम उठाए जा रहे हैं।
खतरनाक प्रदूषण स्तर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, मंगलवार शाम को दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। आनंद विहार में एक्यूआई 414, जहांगीरपुरी में 384, नरेला में 333, और मुंडका में 383 दर्ज किया गया।
बैठक में उठाए गए सख्त कदम
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें प्रदूषण से निपटने के सभी उपायों को लागू करने के निर्देश दिए गए। दिल्ली में ग्रेप-2 योजना लागू कर दी गई है, और हॉटस्पॉट्स पर सघन निगरानी और डस्ट सप्रेसेंट के साथ पानी के छिड़काव के आदेश दिए गए हैं।
- Advertisement -

निर्माण स्थलों पर निर्देश
दिल्ली में सफाई और यातायात सुचारू रखने के लिए 6200 सफाई कर्मचारियों और 1800 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। सभी सरकारी और निजी निर्माण स्थलों को प्रदूषण नियंत्रण के सख्त निर्देश दिए गए हैं, और हॉटस्पॉट पर मोबाइल एंटी-स्मॉग गन की तैनाती की जा रही है।
डॉक्टरों की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अस्थमा, दिल के रोगी, मधुमेह, और कैंसर मरीजों को सुबह और शाम बाहर जाने से बचने की सलाह दी है। डॉक्टरों ने मास्क पहनने और घर वापस आने पर आंख और चेहरे को साफ करने का सुझाव दिया है।
नोट: वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है। जरूरी सावधानियां बरतें और सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।