


हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है, जहां दोनों राज्यों ने नए मुख्यमंत्री चुने हैं। हरियाणा में भाजपा के नायब सैनी को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई, जबकि जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। दोनों ही शपथ ग्रहण समारोह में वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति देखी गई और सरकार बनाने की प्रक्रिया पूरी हुई।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। भाजपा ने नायब सैनी को सीएम प्रोजेक्ट कर चुनाव लड़ा और अंततः उन्हें सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। भाजपा के पर्यवेक्षक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी इस बैठक में भाग लिया। सैनी गुरुवार को पंचकूला में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। नायब सैनी ने अपनी प्राथमिक घोषणाओं में कहा कि शपथ ग्रहण के साथ ही 24,000 युवाओं को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
वहीं, जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में शपथ ग्रहण की। उनके साथ सुरिंदर चौधरी, सतीश शर्मा, जावेद अहमद डार, सकीना इटू और जावेद राणा ने भी मंत्री पद की शपथ ली। सुरिंदर चौधरी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। कांग्रेस ने फिलहाल सरकार में शामिल न होने का निर्णय लिया है, लेकिन पार्टी ने राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए संघर्ष जारी रखने की बात कही है।

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर, दोनों ही राज्यों में नए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नई सरकारों के गठन के बाद आगे की चुनौतियों और विकास की दिशा तय होगी।