


राजस्थान में होने वाले उपचुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। इसी सिलसिले में रविवार को भाजपा की कोर कमेटी की बैठक मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित की गई। बैठक में उपचुनाव के दावेदारों के नाम और चुनाव प्रचार की रणनीतियों पर चर्चा की गई। माना जा रहा है कि दावेदारों के चयन और प्रचार अभियान को लेकर बड़े निर्णय लिए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, आज रात दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक होगी, जिसमें उपचुनाव के दावेदारों पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी। इस बैठक में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, डिप्टी सीएम दिया कुमारी, प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल शामिल होंगे। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में यह रिपोर्ट पेश की जाएगी और उम्मीदवारों का अंतिम चयन किया जाएगा।
भाजपा ने उपचुनाव की तैयारी में कांग्रेस से बढ़त हासिल कर ली है। पार्टी ने माइक्रो मैनेजमेंट पर जोर देते हुए सामूहिकता से निर्णय लेने की रणनीति बनाई है।

इन 7 सीटों पर होंगे उपचुनाव:
अब चौरासी, सलूंबर, देवली-उनियारा, दौसा, झुंझुनूं, खींवसर और रामगढ़ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे। चौरासी से राजकुमार रोत, दौसा से मुरारी लाल मीना, देवली-उनियारा से हरीश मीना, झुंझुनूं से बृजेश ओला और खींवसर से हनुमान बेनीवाल के सांसद बनने के कारण ये सीटें रिक्त हो गई थीं। इसके बाद, भाजपा विधायक अमृतलाल मीना के निधन के कारण सलूंबर सीट भी खाली हो गई। वहीं, अलवर जिले की रामगढ़ सीट कांग्रेस विधायक जुबेर खान के निधन के बाद रिक्त हुई, जिससे उपचुनाव की कुल सीटों की संख्या सात हो गई है।