


हाल के दिनों में म्यांमार में एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान सामने आया है, जिसमें ब्रदरहुड अलायंस नामक हथियारबंद समूह के गठबंधन ने सेना के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस अभियान के दौरान म्यांमार के पूर्वी हिस्से में एक बड़े इलाके पर कब्ज़ा किया गया है। इस सशस्त्र समूह का उद्देश्य म्यांमार की सैन्य सरकार को उखाड़ फेंकना है, जिसने 2021 में आंग सान सू ची की चुनी हुई सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया था।
ब्रदरहुड अलायंस के घटक और उनकी पृष्ठभूमि
ब्रदरहुड अलायंस तीन प्रमुख जातीय सशस्त्र समूहों से मिलकर बना है:
- म्यांमार नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस आर्मी (एमएनडीएए): यह समूह कोकांग समुदाय का प्रतिनिधित्व करता है, जो चीन की सीमा के पास स्थित है। इसका गठन 1989 में हुआ था और यह ड्रग्स के व्यापार के ज़रिए धन जुटाता है।
- तांग नेशनल लिबरेशन आर्मी (टीएनएलए): यह तांग जातीय समूह से संबंधित है और इसका उद्देश्य तांग इलाकों में स्वायत्तता प्राप्त करना है।
- अराकान आर्मी (एए): यह अराकान क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती है और इसका मक़सद रखाइन प्रांत के लिए अधिक स्वायत्तता हासिल करना है।
सैन्य कार्रवाई और उसका परिणाम
ब्रदरहुड अलायंस ने 27 अक्टूबर 2023 को शान प्रांत में तात्मादाव (म्यांमार की सेना) के खिलाफ एक व्यापक सैन्य अभियान शुरू किया, जिसे ऑपरेशन 1027 नाम दिया गया। इस अभियान में करीब 10,000 लड़ाके शामिल थे, जिन्होंने कई शहरों और सेना की चौकियों पर कब्ज़ा कर लिया। इस अभियान के चलते सेना को कई इलाकों से पीछे हटना पड़ा, जिसमें लाउकेंग और लाशियो जैसे प्रमुख इलाके शामिल हैं।
मांडले पर खतरा
ब्रदरहुड अलायंस के लड़ाके म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के करीब पहुंच गए हैं। अगर वे मांडले पर कब्जा कर लेते हैं, तो यह म्यांमार के सैन्य प्रशासन के लिए एक बड़ा झटका होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि सैन्य प्रशासन को इस गठबंधन से भारी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
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मानवीय संकट और चीन की भूमिका
इस अभियान के कारण करीब 3,30,000 लोग विस्थापित हो गए हैं। चीन, जो कि म्यांमार की सीमा से सटा हुआ है, इस संघर्ष को लेकर चिंतित है। चीन ने पहले एमएनडीएए के कोकांग इलाके में हस्तक्षेप किया था, लेकिन इस बार वह म्यांमार के मध्य क्षेत्र की ओर बढ़ने पर आश्चर्यचकित है। हालांकि, ब्रदरहुड अलायंस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि वे चीन की मध्यस्थता से सीज़फायर के लिए तैयार हैं।
भविष्य की चुनौतियां
हालांकि ब्रदरहुड अलायंस म्यांमार के सैन्य प्रशासन के खिलाफ एक नई शक्ति के रूप में उभरा है, लेकिन इसे अभी भी म्यांमार की नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट के साथ तालमेल बिठाने में कठिनाई हो रही है। इस गठबंधन के अलग-अलग घटक अपने-अपने क्षेत्रों में स्वायत्तता की मांग कर रहे हैं, जिससे एक एकीकृत रणनीति की कमी है।
यह अभियान म्यांमार के लिए एक लंबे और कठिन संघर्ष की ओर इशारा करता है, जिसमें सत्ता के लिए लड़ाई और क्षेत्रीय स्वायत्तता की मांगें प्रमुख भूमिका निभा रही हैं।