


बांग्लादेश में धार्मिक मामलों के सलाहकार एएफ़एम खालिद हुसैन ने शनिवार को कहा है कि बांग्लादेश के राष्ट्रगान में बदलाव की कोई भी योजना नहीं है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, हुसैन ने कहा कि अंतरिम सरकार ऐसा कुछ भी नहीं करेगी, जिससे कि विवाद पैदा हो.
इससे पहले बांग्लादेश के ज़मात-ए-इस्लामी के पूर्व अमीर ग़ुलाम आज़म के बेटे अब्दुल्लाहिल अमान आज़मी ने राष्ट्रगान और संविधान में बदलाव की अपील की थी.
बांग्लादेशी समाचार चैनल ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक़- खालिद हुसैन ने कहा कि बांग्लादेश भारत के साथ मित्रवत व्यवहार चाहता है.
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उन्होंने कहा कि जो भी लोग प्रार्थना स्थल पर हमले कर रहे हैं वे मानवता के दुश्मन हैं. वे अपराधी हैं और उनको तय क़ानूनों के मुताबिक़ सज़ा दी जाएगी.
ख़ालिद हुसैन ने घोषणा करते हुए कहा कि दुर्गा पूजा के दौरान मदरसा छात्रों के साथ स्थानीय लोग किसी भी तरह की तोड़फोड़ या हमले को रोकने के लिए मंदिरों की रखवाली करेंगे.
उन्होंने यह भी कहा, “मदरसा के छात्र किसी भी तरह के ‘आंतकवाद’ में कभी शामिल नहीं होते. यह उनके ख़िलाफ़ पिछली सरकार का फ़ैलाया गया षडयंत्र है.”