


बाजार में महंगी सब्जियों की मार झेल रहे आम लोगों के लिए राहत की खबर है। केंद्र सरकार की सख्ती के बाद सब्जी बाजार में अब आलू-प्याज, टमाटर के दामों में कमी आने लगी है। एक अगस्त को बाजार में टमाटर के भाव में 5 से 10 रुपये की गिरावट देखी गई है। जबकि बीते चार दिनों से आलू और प्याज भी 10 रुपये तक सस्ता हुआ है। सरकार का कहना है कि टमाटर की कीमतों में जल्द ही कमी आएगी। प्याज की कीमतों पर भी लगातार नजर बनी हुई है। जरूरत पड़ी तो कीमत कम करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
दरअसल, बरसात के बाद सब्जियों की फिर से एक बार बंपर आवक शुरू हो गई हैं। इसकी वजह से सब्जियों के दामों में 30 से 50 फीसदी तक की गिरावट आई है। जून में यह सभी सब्जियां काफी महंगी हो गई थीं। जून में हरी मिर्च, टमाटर सब महंगे थे लेकिन अब टमाटर 40 से 50 रुपये किलो हो गया है। प्याज के दाम बाजार भी 70 रुपये किलो तक पहुंच गए थे। लेकिन अब प्याज के दामों में भी कमी देखी जा रही है।
सरकार के सूत्रों का कहना है कि सरकार कई कदम उठा रही है। इससे टमाटर की कीमतों में जल्द ही कमी आएगी। प्याज की कीमतों पर भी लगातार नजर बनी हुई है। जरूरत पड़ी तो कीमत कम करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। अभी प्याज की कीमत 44 रुपये प्रति किलोग्राम पर है और दाल की कीमत कम करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इन कदमों में दालों पर स्टॉक लिमिट लगाना और आयात को खोलना शामिल है। वहीं, दालों की कीमत में चार फीसदी तक की कमी संभव है। नई फसल आने के बाद इसकी कीमत और कम होगी। मानसून की बारिश की वजह से पिछले कुछ समय में सब्जियां महंगी हुई है। इनके दाम न बढ़े इसलिए सरकार नजर बनाए हुए हैं।

आजादपुर मंडी सब्जी विक्रेता संघ का कहना है कि बरसात के बाद सब्जी मंडी में नई सब्जियां आने लगी है, जिसके चलते सब्जी के दामों में भारी गिरावट आई है। जून के समय सब्जियों के दाम आसमान छू रहे थे और जुलाई में यह फिर से गिरना शुरू हो गए। इससे हरी मिर्च का तीखापन भी कम हुआ हैं, वहीं टमाटर के दाम भी कम हुए हैं। टमाटर, मिर्च, गोभी और लौकी के दामों में 30 से 50 फीसदी तक गिरावट हुई है। अब सब्जियां 15 दिन पहले के मुकाबले 30 से 50 फीसदी तक सस्ती हो गई है। मेथी, पालक कद्दू, फूल गोभी, अदरक, करेला, तोरई में भी गिरावट दर्ज हुई है। हालांकि अभी भी भारी बारिश के कारण कई फसलों को काफी नुकसान पहुंचा। इसके कारण आने वाले समय में सब्जियों के दामों में वृद्धि हो सकती है।