


लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के सदन में सोमवार को दिए गए भाषण पर काफ़ी बहस हो रही है.
बीजेपी आरोप लगा रही है कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में ‘हिंदुओं का अपमान किया’ हैं. अब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा है कि नेता प्रतिपक्ष ने अपने भाषण में ‘हिंदुओं पर हमला’ किया.
राहुल गांधी के भाषण के बाद विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- “ये नेता प्रतिपक्ष हैं, जो भाईचारे की बात करते हुए हिंदुओं पर हमला करते हैं. जो भारतीय सेना के कल्याण को लेकर लिए चिंता व्यक्त करते हुए उनकी बहादुरी का अपमान करते हैं. जो संविधान के सम्मान का ज्ञान देते हैं और ख़ुद कैबिनेट के फ़ैसले को फाड़ देते है. कांग्रेस की राजनीति में आपका स्वागत है.”
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राहुल गांधी सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर बोल रहे थे.
सदन में राहुल गांधी ने लगभग डेढ़ घंटे के भाषण में बीजेपी और उसकी राजनीति को निशाने पर लिया था.
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा था, “शिवजी कहते हैं डरो मत, डराओ मत. अभय मुद्रा दिखाते हैं (दाहिना हाथ सीधा रखते हुए हथेली दिखाते हैं),अहिंसा की बात करते हैं लेकिन जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं, वे चौबीसों घंटे नफ़रत,हिंसा और झूठ फैलाते हैं.”

राहुल गांधी के इस भाषण को बीच में रोकते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “ये बड़ा आरोप लगा रहा हैं, नेता प्रतिपक्ष हिंदू समुदाय को हिंसक कह रहे हैं.”
इसके जवाब में तुरंत राहुल गांधी ने कहा, “सिर्फ़ नरेंद्र मोदी, बीजेपी और आरएसएस हिंदू समाज नहीं हैं, हम सब भी हिंदू हैं.”
बीजेपी ने राहुल गांधी के भाषण पर बीच-बीच में कई बार आपत्ति जताई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा कि ‘उन्हें सदन से इस बयान पर माफ़ी मांगनी चाहिए.’
राहुल गांधी ने अपने भाषण में धर्म, मंहगाई, अग्निवीर योजना, किसानों के मुद्दों पर बात की.