


ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपनी पार्टी बीजू जनता दल की हार पर प्रतिक्रिया दी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ नवीन पटनायक ने कहा- “लोकतंत्र में जीत या हार जनता के हाथ में होती है. या तो आप जीतते हैं या हारते हैं. इसलिए लंबे समय के बाद हारने पर लोगों के फ़ैसले को गरिमा के साथ स्वीकार करना चाहिए.’’
ओडिशा में बीजू जनता दल लोकसभा और विधानसभा चुनाव दोनों में हार गई. यहां बीजेपी ने न केवल राज्य की 21 में से 20 लोकसभा सीटें जीतीं, बल्कि विधानसभा चुनाव में भी बीजू जनता दल को पछाड़ कर राज्य के 147 में से 78 सीट ले गई, जो सरकार बनाने के लिए आवश्यक 74 सीटों से चार सीट अधिक थी.
बीजू जनता दल को केवल 51 सीटें मिलीं जबकि कांग्रेस को 14, निर्दलीय को तीन और सीपीएम को एक.
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पिछली बार लोकसभा चुनाव में 12 सीटें जीतने वाली बीजेडी का इस बार पूरी तरह से पत्ता साफ़ हो गया. न केवल नवीन की पार्टी चुनाव बुरी तरह से हारी, बल्कि खुद नवीन को भी अपने 27 साल के लंबे और अविश्वसनीय रूप से सफल राजनीतिक करियर में पहली बार हार का मुंह देखना पड़ा.
पिछली बार की तरह इस बार भी वे दो सीटों से चुनाव लड़ रहे थे. अपने पारंपरिक चुनाव क्षेत्र हिंजलि से तो वो 4,636 वोटों से जीत गए, लेकिन कांटाबांजी सीट पर उन्हें बीजेपी के लक्ष्मण बाग ने 16,344 वोटों से हरा दिया.