


लोकसभा चुनाव के छठे चरण में बिहार में आठ सीटों पर शनिवार को एक साथ वोट डाले जाएंगे। इनमें आधा दर्जन सीटें नेपाल और उत्तरप्रदेश की सीमा से सटी हैं। इसको लेकर नेपाल और उत्तरप्रदेश की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है।
इस चरण में 60 हजार से अधिक सुरक्षा बलों को लगाया गया है। इसके अलावा 18 हजार से अधिक गृहरक्षकों को भी चुनावी ड्यूटी में लगाया गया है। छपरा में हुई चुनावी हिंसा के बाद महाराजगंज में विशेष चौकसी बरती जा रही है।
पुलिस मुख्यालय के स्तर से संबंधित जिलों में इंटरनेट मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग यूनिट इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित खबरों, फेसबुक-एक्स पोस्ट और यूट्यूब के वीडियो आदि पर नजर रख रहा है। किसी भी तरह के आपत्तिजनक पोस्ट, भ्रामक खबर को अविलंब हटाते हुए संबंधित पर कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, छठे चरण के चुनाव में भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। सभी बूथों पर सशस्त्र सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। अभी तक पहले चरण में चार जबकि अन्य चार चरणों में पांच-पांच सीटों पर एक साथ मतदान हुआ है। इस बार पुलिस-प्रशासन के लिए चुनौती इसलिए भी अधिक है क्योंकि लगभग दोगुने क्षेत्र में एक साथ मतदान हो रवाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण और शिवहर लोकसभा सीट की सीमा जहां नेपाल से सटी है, वहीं वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सिवान और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश से सीमा साझा करते हैं।
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वैशाली और पूर्वी चंपारण में भी होगा मतदान
इसके अलावा वैशाली और पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र में भी मतदान होना है। नेपाल की सीमा पर एसएसबी के जवानों को लगाया गया है। सीमा पर अतिरिक्त चेकपोस्ट भी बनाए गए हैं। नेपाली सुरक्षा बलों के साथ भी संयुक्त गश्ती की जा रही है। इसके अलावा मतदान को लेकर अतिरिक्त अंतरराज्यीय एवं अंतरजिला चेकपोस्ट भी बनाकर वाहनों की विशेष जांच की जा रही पुलिस प्रशासन ने शांतिपूर्ण मतदान को लेकर सुदूर क्षेत्रों में घुड़सवार दस्ता एवं नदी क्षेत्रों के लिए नाव से निगरानी की व्यवस्था की है। इसके अलावा ड्रोन से भी निगरानी की जाएगी। सुरक्षा बलों को सेटेलाइट फोन, बम निरोधक दस्ता और वायरलेस सेट भी उपलब्ध कराए गए हैं। मतदान में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न करने वालों से सख्ती से निबटने के निर्देश दिए गए हैं।है।हा है।