


लॉकर में रखे थे लाखों के गहने, खोला तो खाली डिब्बा मिला ज्वैलरी गायब थी
state bank of india के लॉकर से एक महिला की करीब 14 लाख रुपए की ज्वैलरी चोरी होने का मामला सामने आया है. पीड़िता ने बैंक कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाकर थाने में शिकायत दर्ज कराया है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडि़या के लॉकर से एक महिला ग्राहक का करीब बीस तोला सोना चोरी होने का मामला सामने आया है. चोरी हुए गहनों की क़ीमत लगभग 14 लाख रुपए बताई जा रही है. पीड़िता ने बैंक कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाकर थाने में तहरीर दी है. पुलिस ने इस मामले की जांच शुरु कर दी है.
यह मामला कानपुर के रुरा थाना क्षेत्र के SBI ब्रांच का है. रुरा के कलवारी गांव की रहने वाली बुजुर्ग माया देवी का रुरा एसबीआई में कई साल पुराना लॉकर है. इस लॉकर को 35 साल पहले उनके ससुर मुन्नी सिंह गौर संचालित करते थे. जिसे उन्होंने अपने बेटे शैलेंद्र सिंह के साथ जॉइंट कर लिया था. उनके निधन के बाद शैलेंद्र सिंह ने अपनी पत्नी माया देवी को अपने साथ जॉइंट कर लिया. पिछले कई सालों से शैलेंद्र और उनकी पत्नी इस लॉकर को चला रहे थे.
- Advertisement -
मगर, इस साल जनवरी में शैलेंद्र सिंह का निधन हो गया. जिसके बाद बैंक से लॉकर रिन्यूअल के लिए फोन आ रहा था. 9 अप्रैल को पीड़िता अपनी बेटी नीरजा के साथ बैंक में एग्रिमेंट रिन्यूअल कराने पहुंचीं. कागजी कारवाई के बाद जब उन्होंने लॉकर खोल कर देखा तो उसमें रखी बीस तोला सोने की कमरबंद गायब थी. पीड़िता ने जब बैंक मैनेजर से इसकी शिकायत की तो उन्होंने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया. पीड़िता की बेटी नीरजा के मुताबिक इस घटना के बाद उनकी मां की तबीयत अचानक खराब हो गई जिसके बाद वो उन्हें लेकर घर वापस चली गईं. उन्होंने आगे बताया

अगले दिन जब मैंने जब बैंक आकर फिर से अपना लॉकर देखना चाहा तो बैंक मैनेजर ने मुझे लॉकर नहीं खोलने दिया.
बैंक के लॉकर से ज्वैलरी चोरी होने की लिखित शिकायत पीड़िता ने थाने में की है. रुरा थाना क्षेत्र प्रभारी शिव नारायण सिंह ने बताया की उन्हें शिकायत मिली है और इस मामले की जांच की जा रही है.
लॉकर रूम की होती हैं दो चाबियां
जब ग्राहक अपना बैंक में लॉकर अलॉट कराता है तो उसकी दो चाबयां होती हैं. जिसमे से एक चाबी ग्राहक के पास और दूसरी सर्विस मैनेजर के पास रहती है. ऐसी स्थिति में बंद लॉकर से सोने की कमरबंद कैसे गायब हो गई. इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.