


बीकानेर। अयोध्या में 16 जनवरी से शुरू हुए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का शुक्रवार 19 जनवरी को चौथा दिन है। आज शाम से अस्थाई मंदिर में रामलला के दर्शन बंद हो जाएंगे। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद नए मंदिर में 23 जनवरी से श्रद्धालुओं को दर्शन मिलेंगे। इस बीच गर्भगृह से रामलला की नई तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में उनके पूरे स्वरूप को देखा जा सकता है। तस्वीर में रामलला माथे पर तिलक लगाए बेहद सौम्य मुद्रा में दिख रहे हैं। तस्वीर में उनके चेहरे पर भक्तों का मन मोह लेने वाली मुस्कान देखी जा सकती है। रामलला का स्वरूप साक्षात राम भगवान की तरह ही प्रतीत होता है। पहली नजर में रामलला की ये मूर्ति देखने वालों को मंत्रमुग्ध कर देती है। आस्था और आध्यात्म की झलक इस मूर्ति से झलकती है, जो पहली ही नजर में राम भक्तों को आकर्षित करती है। भगवान राम के मस्तक पर लगा तिलक सनातन धर्म की विराटता को दर्शाता है, जो देखने वालों को भक्ति की एक अलग दुनिया में ले जाता है। मूर्ति में ऊं, गणेश, चक्र, शंख, गदा, स्वास्तिक और हनुमान की आकृति बनी हुई है। बता दें कि गुरुवार को रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में बने आसन पर रख दिया गया था। ारों ने को आसन पर खड़ा किया। इस प्रोसेसात 4 घंटे लगे। बताया गया है कि अब मूर्ति को गंध वास के लिए सुगंधित जल में रखा जाएगा। फिर अनाज, फल और घी में भी रखा जाएगा। आज श्रीरामलला का वैदिक मंत्रों के साथ औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास कराया गया। फिर आरणी मंथन से कुंड में अग्नि प्रकट की गई। श्रीरामलला 20 जनवरी को वास्तु शांति के बाद सिंहासन पर विराजेंगे। इस बीच, जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि गर्भगृह में नई प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा में कोई दिक्कत नहीं है। ऐसा लोगों के दर्शन के लिए किया गया है। आज शाम 7 बजे से अस्थाई राम मंदिर में दर्शन बंद हो जाएंगे।
