


India maldives row: मालदीव के साथ भारत का विवाद थमता नहीं दिख रहा है. अब राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की सरकार ने भारत को मालदीव से अपने सभी सैनिकों को हटाने को कहा है. इसके लिए 15 मार्च की डेडलाइन दी गई है. रविवार, 14 जनवरी को मीडिया से बातचीत में मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता अब्दुल्ला नजीम इब्राहिम ने कहा कि भारतीय सैनिक मालदीव में नहीं रह सकते. कहा कि राष्ट्रपति मुइज्जू और उनकी सरकार की यही नीति है. पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति बनने के बाद ही मुइज्जू ने भारत से सैनिकों को हटाने की मांग की थी.
समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक, ताजा सरकारी आंकड़े बताते हैं कि मालदीव में 88 भारतीय सैनिक हैं. मालदीव सरकार का ये बयान तब आया है, जब एक दिन पहले ही राष्ट्रपति मुइज्जू चीन के दौरे से लौटे हैं.
मुइज्जू पांच दिन की चीन यात्रा पर गए थे. ये दौरा ऐसे समय पर हुआ, जब पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर मालदीव के तीन मंत्रियों को सस्पेंड किया गया था. इस टिप्पणी के बाद से ही भारत और मालदीव के बीच विवाद बढ़ा हुआ है. मुइज्जू को चीन का करीबी माना जाता है. वहां से लौटते ही उन्होंने एक भाषण के दौरान कहा कि किसी भी देश के पास मालदीव को धमकाने का अधिकार नहीं है.
सैनिकों को हटाने का मामला
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मालदीव रणनीतिक रूप से भारत और चीन दोनों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. यहां 2013 से ही लामू और अद्दू द्वीप पर भारतीय सैनिक तैनात हैं. भारत ने मालदीव को साल 2013 में 02 ध्रुव हेलिकॉप्टर्स लीज पर दिए थे. फिर 2020 में 01 डोर्नियर एयरक्राफ्ट भेजा. इनका इस्तेमाल हिंद महासागर में निगरानी रखने और मेडिकल ट्रांसपोर्ट में होता है. भारतीय सैनिक इन एयरक्राफ्ट की देख-रेख करते हैं. साथ ही, मालदीव के पायलट्स को ट्रेनिंग भी देते हैं. इनका पूरा खर्च भारत सरकार उठाती है.

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सैनिकों को हटाए जाने से जुड़ी बातचीत के लिए दोनों देशों के बीच एक हाई-लेवल कमेटी बनाई गई है. 14 जनवरी को माले में इस कमेटी की पहली बैठक हुई. इस मीटिंग में भारत के हाई कमिश्नर मुनू महावर भी थे.
क्या भारत मालदीव से सैनिक निकालेगा
अभी तक भारत सरकार की तरफ से इस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है.
भारत ने सैनिकों को हटाए जाने पर भी अब तक कुछ नहीं कहा है. हालांकि, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने पिछले साल COP28 में कहा था कि भारत सरकार ने मालदीव में मौजूद अपने सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला किया है. तब मुइज्जू ने कहा था कि भारत सरकार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत हुई है.