


बीकानेर। मुख्यमंत्री बनने के बाद भजनलाल शर्मा पहली बार 20 जनवरी को बीकानेर आएंगे। यहां वे प्रशासन और फिर संगठन की नब्ज टटोलेंगे। प्रशासन के लिए सीएम की बैठक इसलिए और महत्वपूर्ण है क्योंकि सरकार के बनने के बाद से अब तक जिले में कोई परिवर्तन महसूस नहीं हुआ।
भाजपा के विधायक भी कहने लगे कि जिले से लेकर ब्लॉक और थानों तक कांग्रेसी राज के अधिकारी-कर्मचारी लगे हुए हैं। विधायकों को चिंता इसलिए और भी है क्योंकि कुछ समय पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी जयपुर में विधायकों से ट्रांसफर पोस्टिंग से दूर रहने के लिए कहा था।
मुख्यमंत्री तो जिलों के कलेक्टर एसपी बदलने में लगे हैं। मगर सरकार बदलने के बाद भी जिलों में निचले स्तर पर उन्हीं का चुना हुआ स्टॉफ बैठा है। सत्ता परिवर्तन के बाद कुछ कर्मचारी अधिकारी भाजपा नेताओं को तवज्जो देने लगे हैं मगर अधिकांश अभी भी कांग्रेसी नेताओं की सुन रहे हैं। क्योंकि उन्हें कांग्रेस के ही विधायक ही लाए थे अब तक उनका संरक्षण उन्हें मिलता रहा है।

भाजपा के विधायकों और संगठन के नेताओं में ऊहापोह इसलिए भी है क्योंकि सीधे पीएम ने ट्रांसफर पोस्टिंग से दूर रहने के लिए कहा है तो ऐसे में सुनवाई कौन करेगा। भाजपा ने लगातार पांच साल अधिकारियों और कर्मचारियों पर कांग्रेस नेताओं के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते रहे हैं। विभागों में अब भी वही अधिकारी और कर्मचारी सीट पर हैं। ऐसे में सीएम का दौरा प्रशासन के लिए संदेश देने का काम करेगा।