


बीकानेर। इंदिरा गांधी नहर परियोजना विभाग के अधिकारियों व किसानों के बीच पिछले दिनों कोलायत पुलिस थाने में दर्ज हुए क्रॉस मुकदमे में कार्रवाई करने की मांग को लेकर आईजीएनपी कर्मचारियों के बाद आज बड़ी संख्या में किसानों ने भी कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध-प्रदर्शन कर भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई। किसानों ने बताया कि अधिकारियों द्वारा हर बार किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है, उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। जब किसान बीमा का हक मांगता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया जाता है, जब किसान बिजली मांगता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया जाता है और जब नहर से किसान पानी मांगता है तो अधिकारियों द्वारा किसान पर मुकदमा दर्ज करवा दिया जाता है। किसानों ने बताया कि इन अधिकारियों ने एसी/एसटी एक्ट को अपना हथियार बना लिया है, जिसको जब मन में आए तब यूज कर लेते है। किसानों ने बताया कि जो मुकदमा किसान द्वारा आईजीएनपी के अधिकारियों के खिलाफ दर्ज करवाया गया था, उसमें प्रशासन एक मेटी बन जांच करे और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कारलाई करे। किसानों ने बताया कि अधिकारिथी “वे किसानो दोनों तरफ मकदमें दर्ज हए है. लेकिन पलिस ने केवल किसानों को गिरफ्तार किया है, ऐसा किसान नहीं होने देंगे। किसानों की मांग है किसान द्वारा दर्ज करवाये गए मुकदमें की जांच कर भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। क्योंकि दोनों पक्षों की ओर से मारपीट हुई है, ऐसे में दोनों तरफ से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो, केवल किसान को गलत व दोषी ठहराना उचित नहीं है। किसानों ने कहा कि प्रशासन को सात दिन का समय दिया है, अगर उचित कार्रवाई नहीं की तो 20 जनवरी को बीकानेर आ रहे मुख्यमंत्री के सामने विरोध प्रदर्शन कर उन्हें इस संबंध में अवगत करवाएंगे। इधर, आईजीएनपी के कर्मचारियों ने कार्रवाई की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि आईजीएनपी के अधिकारी नहर में पानी चोरी की शिकायत पर गिरराजसर वितरिका पर निरीक्षण करने गए थे। इस दौरान किसानों ने उनके साथ बदसलूकी और मारपीट की। ऐसे में दोषी किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
