


बीकानेर। हौसला और जज्बा अगर है तो कोई भी मुसीबत बाधा नहीं बन सकती। शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती एक युवक कूल्हे की हड्डी में चोट लगने के बावजूद राजस्थान लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित सहायक आचार्य की परीक्षा देने एम्बुलेंस से परीक्षा केंद्र पर पहुंच गया।
सरकारी नौकरी का इतना जुनून कि युवक कूल्हे की हड्डी के ऑपरेशन के बावजूद राजस्थान लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित सहायक आचार्य की परीक्षा देने परीक्षा केंद्र पहुंच गया। व्यास कॉलोनी निवासी गौरीशंकर का 29 दिसंबर को एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें उसकी फीमर की हड्डी टूट गई थी। हड्डी टूटने से वह खड़ा भी नहीं हो पा रहा था इस सबके बावजूद युवक के हौसलों के आगे सब पस्त हो गए।
