


बीकानेर।
प्रदेश में नई भाजपा सरकार गठन के साथ ही शिक्षा विभाग की कार्य योजना पर जोर दे रही है। सरकार की ओर से पहले पेपर लीक और अब छात्रवृत्ति के अनियमितताओं के मामलों में शिकंजा कसा है। अलवर जिला सहित प्रदेश की 7 विश्वविद्यालय और 40 महाविद्यालयों को छात्रवृत्ति पोर्टल से ब्लैक लिस्ट करके बाहर कर दिया है।
प्रदेश में नई भाजपा सरकार गठन के साथ ही शिक्षा विभाग की कार्य योजना पर जोर दे रही है। सरकार की ओर से पहले पेपर लीक और अब छात्रवृत्ति के अनियमितताओं के मामलों में शिकंजा कसा है। अलवर जिला सहित प्रदेश की 7 विश्वविद्यालय और 40 महाविद्यालयों को छात्रवृत्ति पोर्टल से ब्लैक लिस्ट करके बाहर कर दिया है।
ये है विवि ब्लैक लिस्ट में शामिल
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निर्माण विश्वविद्यालय जयपुर, श्रीधर विश्वविद्यालय झुंझुनूं, श्याम विश्वविद्यालय लालसोट, सिंघानिया विश्वविद्यालय झुंझुनू, सनराइज विश्वविद्यालय अलवर, भवंत विश्वविद्यालय अजमेर, विश्वविद्यालय ऑफ टेक्नोलॉजी जयपुर क न किया गया है। इसके साथ ही अन्य कई संस्थान भ ल किए है, जिनका छात्रवृत्ति पोर्टल से बाहर किया गया है।
इस कारण किया ब्लैक लिस्ट
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से जांच के दौरान गलत तरीके से छात्रवृत्ति की राशि वसूलने में अनियमितता पाई गई है। विभाग ने इन पर सख्त कार्रवाई करने के आदेश जारी किए हैं। इसमें बताया गया है कि इन विश्वविद्यालयों और महाविद्यलायों की ओर से अब कोई आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। साथ ही आदेशों की पालना नहीं करने वाले संस्थानों पर कार्रवाही की जाएगी। इधर सनराइज विश्वविद्यालय के एमडी डॉ. जितेंद्र यादव का कहना है कि छात्रवृत्ति का आवेदन करने वाले विद्यार्थी ई- मित्र के माध्यम से आवेदन करते हैं। इसमें किसी वि ओर से गलत तरीके से अकाउंट नम्बर गलत लग इसकी सूचना हमने संबंधित अधिकारी को दे दी है। इसमें विश्वविद्यालय का कोई दखल नहीं है।