


बीकानेर। सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाए जाने के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है। श्रीकरणपुर सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। यहां से भाजपा ने टीटी को प्रत्याशी बनाया है। मंत्रिमंडल के गठन में इनको भी शामिल कर पार्टी ने सबको चौंका दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि श्रीकरणपुर में 5 – जनवरी को होने वाले मतदान की आचार संहिता के प्रभावी होने के बावजूद वहां से भाजपा प्रत्याशी को मंत्री बनाना आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन एवं वहां के मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास है।
चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेकर अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा का अहंकार सातवें आसमान पर है। अहंकार की पराकाष्ठा ही है कि चलते चुनाव में प्रत्याशी को मंत्री बना दिया। मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए टीटी को मंत्री बनाया है।

पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने टीटी को मंत्री बनाए जाने को आचार संहिता का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता से बात कर उचित कार्यवाही की मांग की है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने लोढ़ा के बयान पर कहा कि संविधान के अनुसार किसी को भी निर्वाचित हुए बिना मंत्री पद धारण करने का अधिकार है। इस पर संयम लोढ़ा ने राजेन्द्र राठौड़ को टेग कर एक्स पर कहा कि निर्वाचन आयोग की ओर से जारी ‘मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट फॉर द गाइडेंस ऑफ पॉलिटिकल पार्टीज एंड केंडिडेट’ के बिंदू संख्या 32 के भाग दो का जरूर अवलोकन करें।