बीकानेर। पड़ोसी राज्यों पंजाब व हरियाणा की तुलना में राजस्थान में पेट्रोल व डीजल पर वैट बहुत अधिक होना बीकानेर, चुरू सहित सीमावर्ती जिले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ में संचालित पंप संचालकों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है। वैट विसंगति के चलते पंजाब व हरियाणा में डीजल आज भी हमसे करीब 10 रुपये प्रति लीटर सस्ता मिलने से बड़े स्तर पर तस्करी हो रही है।पड़ोसी राज्यों पंजाब व हरियाणा की तुलना में राजस्थान में पेट्रोल व डीजल पर वैट बहुत अधिक होना बीकानेर, चुरू सहित सीमावर्ती जिले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ में संचालित पंप संचालकों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है। वैट विसंगति के चलते पंजाब व हरियाणा में डीजल आज भी हमसे करीब 10 रुपये प्रति लीटर सस्ता मिलने से बड़े स्तर पर तस्करी हो रही है। इसी का नतीजा है कि बीकानेर-श्रीगंगानगर के बीच राजमार्ग पर संचालित चार-पांच पेट्रोल पंप बंद हो चुके हैं। वहीं पंप संचालकों को आए दिन हड़ताल करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि राजस्थान में डीजल पंजाब से दस रुपए प्रति लीटर महंगा है वहीं पेट्रोल करीब 12 रुपए प्रति लीटर तक महंगा है। राजस्थान व पंजाब में डीजल की दरों में भारी अंतर होने से इस इलाके में बड़े किसान व ऐसे वाहन चालक जिनकी डीजल की खपत अधिक है वे पंजाब से डीजल की आपूर्ति कर रहे है। ऐसी स्थिति में श्रीगंगानगर से बीकानेर के बीच राजमार्ग पर स्थित पेट्रोल पम्प बन्द होने के कगार पर पहुंच रहे है। राजमार्ग पर स्थित पम्पों पर जहां डीजल करीब 97 रुपये प्रति लीटर है वहीं पंजाब में यह करीब 87 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है।प्रतिदिन 4 लाख लीटर डीजल की आपूर्ति श्रीगंगानगर जिला पेट्रोलियम यूनियन के अनुसार पंजाब में डीजल सस्ता होने के कारण श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चुरु आदि जिलों में 4 लाख लीटर डीजल प्रतिदिन अवैध रूप से पंजाब व हरियाणा सीमा से राजस्थान में पहुंच रहा है। जिससे इन जिलों के पेट्रोल पम्प मंदी की मार से जूझ रहे हैं। हालात यह है कि पंप संचालक कर्मचारियों के खर्चे भी नहीं निकाल पा रहे हैं।ये है वैट विसंगति अरजनसर के पास राजमार्ग पर संचालित गोदारा पेट्रोल पंप के संचालक हरी गोदारा ने बताया कि पंजाब में जहां पेट्रोल पर वैट 15.74 प्रतिशत व हरियाणा में 25 प्रतिशत है वहीं राजस्थान में यह वैट 31.4 प्रतिशत है। इसी प्रकार पंजाब में डीजल पर वैट 12 व हरियाणा में 16.4 प्रतिशत है जबकि राजस्थान में डीजल पर वैट 19.30 प्रतिशत है। वैट विसंगति के कारण उपभोक्ताओं के साथ साथ पेट्रोल पंप संचालकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
अवैध बिक्री पॉइंट चिन्हित कर दी जानकारी
करीब दो साल पहले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ व बीकानेर जिले के पंप संचालकों ने राजमार्ग व लिंक सडक़ों पर बने पेट्रोल, डीजल के अवैध स्थानों को चिन्हित कर पुलिस महानिरीक्षक से मिलकर ज्ञापन देकर इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई थी। परंतु आज तक कोई कार्रवाई नहीं होने का खामियाजा पेट्रोल पंप संचालकों को भुगतना पड़ रहा है।
सवा साल से नहीं बदले भावअंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोल डीजल की कीमतें चाहे क्रूड ऑयल के भावों से तय करने का प्रावधान किया गया है। लेकिन पिछले सवा साल से पेट्रोल डीजल के भावों में कोई बदलाव नहीं आया है। पेट्रोल डीजल की कीमतों में मई 2022 के बाद कोई बदलाव नहीं आया है। जबकि इस दौरान क्रूड ऑयल के भावों में जरूर उतार चढ़ाव रहा। राज्य सरकार ने एक हजार लीटर तक किसानों को डीजल रखने की छूट दे रखी है। लेकिन वर्ष 1999 में केन्द्र सरकार के पेट्रोलियम पदार्थ रखने के नियम में यह सीमा 25 सौ लीटर तक अंकित कर दी। हालांकि यह छूट किसानों के लिए है परन्तु इसकी आड़ में प्रदेश में डीजल तस्करों का जाल बिछ चुका है। राजमार्ग संख्या 62 व अन्य लिंक सडक़ों पर स्थित होटल, ढाबों पर प्रतिदिन हजारों लीटर डीजल व पेट्रोल पंजाब, हरियाणा से लाकर गैर कानूनी तरीके से बेचा जा रहा है। खेतीबाड़ी के सीजन में तो इस क्षेत्र के छोटे-छोटे गांवों व ढाणियों में भी चोरी-छिपे तस्कर रातों-रात हजारों लीटर डीजल की आपूर्ति करते है। पंजाब से निकलने के बाद बीकानेर तक राजमार्ग पर करीब एक दर्जन पुलिस थाने होने के बाद भी अवैध डीजल परिवहन पर कोई अंकुश नहीं लग रहा है।
राजस्थान से पंजाब में इतना सस्ता डीजल, तस्कर हो रहे मालामाल
