


बीकानेर। वसुंधरा राजे सहित लगभग एक दर्जन चेहरों में आज दो नाम और जुड़ गए हैं, जिन्हें प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि, वसुंधरा राजे को सीएम बनाने का मसला अभी तक संदिग्ध है। अब तो यह भी कहा जाने लगा है कि भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व को अगर राजे को मुख्यमंत्री बनाना होता तो इतनी बड़ी फौज खड़ी करनी ही नहीं पड़ती, लेकिन ओम बिरला के बाद अश्विनी वैष्णव और फिर दीया कुमारी से आगे बढ़ते बढ़ते राजस्थान के सीएम बनने वाले संभावित चेहरों की संख्या एक दर्जन पहुंच गई है, जिसमें आज दो नाम और शामिल हो गए हैं।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, ओम माथुर सहित किरोड़ीलाल मीणा, राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, बाबा बालकनाथ, राजेंद्र राठौड़, सतीश पूनिया, सी.पी.जोशी आदि नाम शामिल थे। हालांकि, राजेंद्र राठौड़ और सतीश पूनिया चुनाव हार गए थे और सी. पी.जोशी ने इस रेस से खुद को पहले ही बाहर कर लिया था तो बालकनाथ ने आज किनारा कर लिया।
रविवार को भाजपा विधायक दल की संभावित बैठक में सीएम का नाम तय होने वाला है, इस बीच इस रेस में दो नाम और जुड़ गए हैं। पहला नाम सुनील बंसल का है, जो भाजपा के आनुषंगिक संगठन एबीवीपी से निकले तेज तर्रार नेता हैं। दूसरा नाम भूपेंद्र यादव है, जिन्होंने राजस्थान में खूब राख रमाई है, लेकिन अभी तक बहुत कुछ अस्पष्ट है।
