


बीकानेर। कार्यवाहक सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी में मुख्यमंत्री चयन में हो रही देरी को लेकर निशाना साधा है। दिल्ली में मीडिया से बातचीत में गहलोत ने कहा- अगर कांग्रेस 5-6 दिन मुख्यमंत्री का फैसला नहीं करती तो पता नहीं क्या-क्या चिल्लाते कि आपस में फूट है, झगड़ा है। अब आप इनको पूछो क्या हैं? आपके पास क्या है? आज 6 दिन हो गए हैं, मुख्यमत्री का फैसला नहीं हुआ।
गहलोत ने कहा- सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या हुई। एनआईए जांच के लिए केंद्र सरकार को मुझे लिखकर भेजना पड़ा।
एनआईए जांच का लेटर मेरे साइन से गया है कि इस मर्डर की जांच एनआईए से होनी चाहिए, हमें ऑब्जेक्शन नहीं है। जबकि यह काम नए मुख्यमंत्री का था। राज्यपाल ने मुझे कार्यवाहक सीएम बना रखा है, जब तक नया सीएम शपथ नहीं ले, मुझे कार्रवाई करनी पड़ती है। मैं चाहता हूं जल्दी इसका फैसला हो।
गहलोत ने कहा- अब इनकी पोल खुलती नजर आ रही है। सात-सात दिन तक आप लोग मुख्यमंत्री तय नहीं कर पाते हो और आप बात करते हो कि हमारी पार्टी में अनुशासन है। चाल, चरित्र, चेहरा तो पहले एक्सपोज हो चुका है।
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भाजपा ने कन्हैयालाल मर्डर पर चुनावों में झूठ फैलाया कि उसे पांच लाख ही दिए काग्रेस की हार पर गहलोत ने कहा- चुनाव के परिणाम आ चुके हैं, हम चाहते थे सरकार रिपीट हो। हम चाहते थे, चुनाव लोकल मुद्दों पर हो, लोकल मुद्दों पर लड़ा जाए। बीजेपी के नेता हमारे पांच साल के कार्यकाल पर बात करते, उसकी कमियां बताते, लेकिन चुनाव को धर्म के नाम पर ले गए।
प्रधानमंत्री, गृहमंत्री किसी ने भी हमारे कामकाज की चर्चा नहीं की, इसका मुझे दुख है। कन्हैयालाल मर्डर पर झूठ फैलाया गया कि केवल पांच लाख दिए गए, जबकि कन्हैयालाल के परिजनों को 50 लाख मिले थे। बीजेपी ने पब्लिक में भर दिया है कि उसको बहुत कम पैसा मिला। इतनी बड़ी घटना हुई, यह नहीं कहा कि एनआईए जांच का फैसला उसी रात कर दिया था।

राजस्थान पुलिस कन्हैया मर्डर की जांच करती तो अब तक फैसला आ जाताग हलोत ने कहा- कन्हैयालाल मर्डर की जांच एनआईए से करवाने का फैसला उसी रात कर लिया था। अभी तक उसकी जांच पूरी नहीं की है। हमारे पास केस होता तो हो सकता है, अब तक आरोपियों को सजा हो जाती। इन्होंने कुछ नहीं किया। बीजेपी के पास कोई इश्यू नहीं था, इन्होंने धार्मिक तनाव बढ़ाने वाले भाषण दिए। चुनाव का ध्रुवीकरण कर दिया। राष्ट्रीयता, ध्रुवीकरण, हिंदू-मुस्लिम तो फिर आप देख सकते हो क्या होता है? वही हुआ हमने कहा था, जनता माई बाप होती है, वो जो फैसला करेगी उसे विनम्रता से स्वीकार करेंगे।
प्रदेशाध्यक्ष के घर घुस गए, मेरे बेटे को पूछताछ के लिए बुलायाह लोत ने कहा- चुनाव के दौरान इनके पास कोई मुद्दा नहीं था, केवल भड़काने का काम किया। ये लोकतंत्र की हत्या करने वाले लोग हैं। संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स का दुरुपयोग कर रहे हैं। चुनाव चलते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के घर घुस गए। वैभव गहलोत को नोटिस दे दिया, बुला लिया। ये करना जानते हैं। पूरे देश के अंदर बहुत खतरनाक खेल चल रहा है, जनता आज नहीं तो कल जवाब देगी।
नेता प्रतिपक्ष के चयन पर गहलोत ने कहा- यह मीटिंग में चर्चा नहीं होती है। नेता प्रतिपक्ष का फैसला हाईकमान पर छोड़ दिया है। हाईकमान अपनी सुविधा के अनुसार फैसला करेगा। जब घोषणा करनी होगी कर देंगे।