


बीकानेर। राजस्थान में विधानसभा चुनावों का रिजल्ट घोषित हुए तीन दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक मुख्यमंत्री को लेकर असमंजस बरकरार है। अभी तक बीजेपी विधायक दल की बैठक और सीएम के नाम को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया है। दिल्ली से लेकर जयपुर तक इस मुद्दे पर अंदर खाने बैठकें और मंथन चल रहा है। मंगलवार शाम को प्रधानमंत्री आवास पर अमित शाह और जेपी नड्डा के बीच 4 घंटे बैठक चली है। बीजेपी नेता जल्द राजस्थान सीएम के नाम पर फैसला होने का दावा कर रहे हैं।
राजस्थान बीजेपी में यह पहला मौका है जब मुख्यमंत्री को लेकर असमंजस बना है, इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। बीजेपी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करके ही चुनाव लड़ती रही है, इसलिए कभी नतीजे आने के बाद असमंजस नहीं हुआ। पहले भैरोसिंह शेखावत बीजेपी के सीएम चेहरे हुआ करते थे। 2003, 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनावों में वसुंधरा राजे पहले से सीएम चेहरा घोषित थीं, इसलिए असमंजस नहीं हुआ।
2003 और 2013 में वसुंधरा राजे का पहले से ही सीएम बनना तय था, इसलिए नतीजे आने के बाद ही सीएम की शपथ का टाइम तय हो जाता था, विधायक दल की बैठक में नाम की घोषणा केवल औपचारिकता ही रहती थी। दोनों ही बार वसुंधरा राजे ने 13 दिसंबर को शपथ ली थी।
राजस्थान सीएम को लेकर दिल्ली तक हलचल शुरू हो गई है। इसी का लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार शाम पीएम नरेंद्र मोदी से मुख्यमंत्री चयन को लेकर चर्चा की थी। पीएम से नड्डा की इस मुलाकात के बाद अब राजस्थान सीएम पर फैसले की प्रक्रिया आगे बढ़ने की संभावना है। इस मुलाकात के बाद ऐसा तय माना जा रहा है कि बीजेपी बुधवार को विधायक दल की बैठक बुलाने की तारीख का ऐलान कर सकती है।
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वहीं मंगलवार को मिलने आए विधायकों को भी उनके क्षेत्र में जाकर एक्टिव रहने के लिए कह दिया गया है। संगठन की ओर से मैसेज पहुंचाया गया है कि जब भी बैठक होगी, आपको जयपुर बुला लिया जाएगा।