बीकानेर। नोखा नोखा के पुलिस थाना में लंबे समय से स्वीकृत नफरी की जगह स्टाफ कटौती हो रही है। बढ़ते अपराधों पर लगाम के लिए पर्याप्त पुलिस जाप्ते की जरूरत है। यहां सर्वाधिक मुकदमे, मर्ग और स्थायी वारंट की संख्या ज्यादा होने व नफरी की कमी से गश्त भी होमगार्डस के सहयोग से की जा रही है। थाने पर स्वीकृत 56 में से 17 पद रिक्त है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने एवं अपराध रोकने के प्रति पूरा स्टाफ कब लगेगा। मर्ग, पोक्सो, स्थायी वारंटी समेत कई कार्यों में जाप्ते की जरूरत हमेशा रहती है।नोखा थाने के अलावा दो पुलिस चौकी मुकाम एवं रोड़ा रोड़ पर स्थापित है। यहां उपखंड मुख्यालय होने से ब्लॉक स्तरीय विभिन्न विभागों के कार्यालय एवं हाइवे क्षेत्र होने से बड़े अधिकारी एवं वीआईपी का आवागमन से पुलिस सुरक्षा की मांग हमेशा रहती है, लेकिन लंबे समय से यहां स्वीकृत नफरी में लगातार कमी की जा रही है। इससे अपराध बेलगाम बढऩे लगे हैं। थानाधिकारी आलोकसिंह ने बताया कि नोखा थाने में नफरी कम है ये स्थिति पूरे जिले में बनी हुई है। नया जिला स्वीकृत होने के कारण परेशानी जरूर हुई।सीमित संसाधनों का बेहतर उपयोग करने का प्रयास किया जा रहा है। तामीलों के लिए स्टाफ नहीं थाने में पोक्सो एक्ट, एससी-एसटी अपराध एवं अन्य राज्यों की तामीले आती है। साथ ही न्यायालय के स्थायी वारंट पर भी नफरी की कमी से समय पर कार्य नहीं हो पा रहे है। इससे लगातार कार्य का बोझ शेष स्टाफ पर बढऩे से ना अपराध पर लगाम लग पा रहा है और न वारंटियों के खिलाफ तामीलों का काम समय पर पूरा हो रहा है। अगर कोई थाने का स्टाफ अवकाश या तामील में जाता है तो अन्य काम ठप हो जाते है।
10 माह में 546 मुकदमे दर्ज नोखा थाने में बीते 7 सालों में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। नोखा थाने में 2018 में 517, 2019 में 482, 2020 में 509, 2021 में 524, 2022 में 597, 2023 में 10 अक्टूबर तक 546 मुकदमे दर्ज हो हो चुके है। मुकदमे हत्या, दुष्कर्म, लूट, चोरी, डकैती के बड़े मामले भी शामिल है। जो नोखा की शांति को धूमिल कर रहे है। वैसे तो पुलिस थाना नोखा में पुलिस निरीक्षक समेत 56 नफरी के पद स्वीकृत है।इसमें पुलिस निरीक्षक एक, उपनिरीक्षक दो, एएसआई के 11, हैड कांस्टेबल के 12, कांस्टेबल के 30 है। जबकि वर्तमान में एक उपनिरीक्षक, 6 एएसआई, 8 हैड कांस्टेबल तथा 2 कांस्टेबल के पद रिक्त है। नोखा थाना सीआई लेवल का है लेकिन यहां की नफरी सब इंस्पेक्टर लेवल की ही स्वीकृत कर रखी है। नोखा में भी 70 से 75 नफरी स्वीकृत होनी चाहिए। होमगार्डस के भरोसे गश्त: थाने पर नफरी की कमी के कारण होमगार्डस से कार्य लिया जा रहा है। गश्त के लिए पर्याप्त पुलिस नफरी नही होने पर 5 होमगार्डस का सहयोग से कार्य चलाया जा रहा है।
पुलिस थाना में लंबे समय से स्वीकृत नफरी की जगह स्टाफ कटौती, अपराधों पर लगाम के लिए पर्याप्त पुलिस जाप्ते की जरूरत

