बीकानेर। नोखा के रासीसर गांव में रविवार को विवाहित की मौत का मामला सामने आया है। मृतका के पिता ने ससुराल पक्ष पर दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया है।
सांवतसर निवासी शिवपाल बिश्नोई हाल निवासी बीकानेर ने मुकदमा दर्ज करवाया कि उसकी बेटी नौरंगी की शादी 1 अप्रैल 17 को रासीसर निवासी अनिल कुमार बिश्नोई के साथ हिन्दू रिति-रिवाज से हुई थी। शादी में उसने अपनी हैसियत के अनुसार दान दहेज दिया थे व उसकी बेटी ससुराल चली गई। ससुराल जाने के बाद से ही बेटी को पति अनिल कुमार, ससुर लालूराम, जेठ राधाकिशन, सास शांति, जेठानी सरिता रासीसर पुरोहितान वास आये दिन बेटी को तंग परेशान करते और दहेज की मांग को लेकर ताने देते थे। कभी कहते कि तेरे मां बाप ने हमें कुछ नहीं दिया है। सास कहती मेरा बेटा सरकारी नौकरी में है। सभी शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान करते थे।
मेरी बेटी पीहर बीकानेर आती तो सारी घटना उसे व उसकी पत्नी तथा भाई रामदयाल को बताती। बेटी को समझाकर वापस ससुराल भेज देते कि शायद समय निकल जाएगा तो सुधार आ जाएगा। परन्तु बेटी को लगातार तंग परेशान किया, बेटी के दो छोटे बच्चे है। बेटी उसे फोन पर बताती कि ससुराल वाले मार रहे है।
26 सितंबर 23 को मेरी बेटी बीकानेर आई व उसे व उसकी पत्नी व मेरे भाई शिवचन्द को कहा कि मैं ससुराल नहीं जाउंगी मुझे मार देगें। परन्तु हमने नौरंगी को ससुराल भेज दिया। रविवार को सुबह उसके फोन पर बेटी के पति अनिल कुमार ने फोन किया कि हमारे से गलती हो गई है हमें माफ कर दो नौरगी को हमने मार दिया है।
इस पर वो उसके पुत्र को लेकर नोखा बागडी अस्पताल आया तो देखा उसकी पुत्री के गला दबाने के निशान गर्दन पर मौजूद थे। इस तरह से उसकी पुत्री नौरंगी को उसके ससुराल पक्ष पति, सास, ससुर, जेठ, जेठानी आदि ने आर दहेज की मांग को लेकर तंग परेशान किया। मेरी बेटी की हत्या की गई है।
हमने आपकी बेटी को मार दिया है हमसे गलती हो गई, एक ओर विवाहिता दहेज के भेंट चढ़ी

