


जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव के सियासी चौसर में भाजपा अपने चुनावी मोहरे को उतारने के लिए तैयार है. इस कड़ी में दिल्ली में महामंथन का दौर जारी है. केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर मैराथन बैठकों का दौर जारी है. इसी बीच चर्चा है कि राजस्थान से तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत 6 से 7 सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है.दरअसल मध्य प्रदेश में हाल ही में कई मंत्रियों और सांसदों को विधानसभा के चुनावी जंग में उतार दिया गया है. अब चर्चाएं हैं कि राजस्थान में सबसे ज्यादा सांसदों को विधानसभा चुनाव का टिकट देकर चुनावी जंग में भेजा जा सकता है. इनमें तीन केंद्रीय मंत्रियों को चुनावी मैदान में उतारने की सबसे ज्यादा चर्चाएं हैं. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी और अर्जुन राम मेघवाल को भाजपा टिकट दे सकती है. गजेंद्र सिंह शेखावत विधानसभा चुनाव में खासे सक्रिय नजर आ रहे हैं. उन्हें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ सरदारपुर से टिकट दिया जा सकता है. वहीं कैलाश चौधरी को बाड़मेर की किसी सीट से चुनावी मैदान में भेजा जा सकता है कैलाश चौधरी को भाजपा पश्चिमी राजस्थान में एक बड़े जाट चेहरे के रूप में उतार सकती है, जबकि केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी भाजपा के बड़े दलित चेहरे हैं. उन्हें हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रमोशन भी दिया गया था. अब उन्हें चुनावी मैदान में उतार कर भाजपा मेघवाल और दलित समाज को साध सकती है.चुनावी में इन सांसदों को भी बीजेपी दे सकती है टिकट तीन केंद्रीय मंत्रियों के अलावा प्रदेश के 6 से 7 सांसदों को भी भाजपा चुनावी मैदान में उतार सकती है. सबसे ज्यादा चर्चाएं जयपुर राजघराने से संबंध रखने वाली राजसंंमद सांसद दीया कुमारी है. दिया कुमारी को जयपुर की हवा महल सीट से टिकट दिए जाने की चर्चाएं हैं. वहीं सांसद बालक नाथ को अलवर के किसी सीट से चुनावी मैदान में उतार जा सकता है, तो वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को जयपुर ग्रामीण की किसी सीट से टिकट मिल सकता है. वहीं चर्चाओं में रहने वाली भाजपा की महिला दलित सांसद रंजीता कोली को भी भाजपा अलवर की कठूमर विधानसभा सीट से टिकट दे सकती है. इसके साथ ही राहुल कस्वां, नरेंद्र कुमार और रामचरण बोहरा को भी टिकट दिया जा सकता है.
