बीकानेर । पिछले साल बीकानेर में पकड़े गये नकली नोट माफिया गिरोह के दो ओर मुलजिमों को एसओजी ने गिरत में लिया है। गिरत में आये आरोपियों में मुनी राम कुहार उर्फमुन्ना प्रजापत पुत्र सोहन लाल निवासी आड़सर बास श्रीडूंगरगढ़ तथा केसरराम पुत्र भगवाना राम कुहार शामिल है, जो सालभर से फरार चल रहे थे। एसओजीकी टीम दोनों की सरगर्मी से तलाश में जुटी थी। टीम ने मुनीराम कुहार को श्रीडूंगरगढ़ और केसरराम कुहार को मंगलवार की सुबह बीकानेर रेलवे स्टेशनसे गिरत में लिया। एसओजी के एएसपी ओमप्रकाश किलानिया ने बताया कि दोनों आरोपियों को न्यायालय पेश कर रिमांड पर लिया जायेगा। जानकारी में रहे किबीकानेर पुलिस ने 24 जुलाई 22 को सॢजकल स्ट्राईक के अंदाज में कार्यवाही कर जाली नोट माफिया गिरोह के सरगना नोखा के सुरपुरा निवासी चपालालसारस्वत उर्फ नवीन , बेरासर गांव निवासी राकेश कुमार,गुंसाईसर बड़ा निवासी पूनमचंद ,लूणकरनसर निवासी मालचंद, खाजूवाला थाना क्षेत्र के 28केजेडी हाल वृन्दावन एन्क्लेव कॉलोनी निवासी रविकान्त,दंतौर निवासी नरेन्द्र (27) और लूणकरनसर निवासी दीपक को गिरतार कर उनके कजे से करीबपौने दो करोड़ के जाली नोट के अलावा उनके कजे से एक प्रिंटिंग मशीन, कागज कटिंग करने वाली मशीन, स्याही व कार्टून में भरे नकली नोट बरामद किएगए हैं। मौके से नकली नोट बनाने में काम लिए जाने वाले कागज के दस्ते भी बरामद हुए थे। जांच में खुलासा हुआ कि गिरोह में शामिल आरोपी प्रदेशभर के साथदूसरे राज्यों में भी नकली नोटों की सप्लाई कर रहे थे, जो 12 से 15 करोड़ के नकली नोट पूरे देश में खपा चुके हैं । आरोपियों में एक हवाला का कारोबारी कानाम भी सामने आया था। कोटगेट थाने में दर्ज हुए इस मामले की जांच बाद में एसओजी को सौंप दी गई थी।

