


जयपुर। राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में मैनपावर ठेकेदारों के माध्यम से रखे गए ठेकाकर्मियों को कम वेतन देने और पूरे पर साइन करवाने के मामले में चिकित्सा विभाग अब हरकत में आ गया है। मैनपावर माफिया वेतन देते कम, ज्यादा पर करवाते साइन शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था।
इसमें बताया गया था कि सरकार ठेका प्रथा खत्म करने का दावा भले ही कर रही हो, लेकिन प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अब भी मरीजों से सीधे जुड़े कई संवर्ग मैनपावर उपलब्ध कराने वाले ठेकेदारों के जरिए रखवाए जा रहे हैं। समाचार प्रकाशित होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए। इसके बाद विभाग ने जयपुर जिला प्रथम, जयपुर द्वितीय, टोंक, बाड़मेर, दौसा, बीकानेर, झालावाड़ और जोधपुर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जबकि ठेका कार्मिकों का कहना है कि विभाग इस तरह के मामलों की सभी जिलों में जांच करवाए तो अन्य जगहों से भी इस तरह के मामले सामने आ सकते हैं।
