बीकानेर । बीकानेर तहसील के दो गांवों रिड़मलसर पुरोहितान और नैणों का बास के गायब हुए राजस्व नक्शों के मामले की गूंज शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में सुनाई दी। लूणकरणसर विधायक सुमित गोदारा ने सदन में यह मामला उठाते हुए सरकार और बीकानेर प्रशासन की नाकामी उजागर की। गोदारा ने कहा कि बीकानेर शहर के ये दोनों नजदीकी गांव लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र में आते हैं जिनमें अरबों रुपए की भूमि है। इनमें 90बी भी बिना कागज के करवाई गई। विधायक गोदारा ने उच्चाधिकारियों के खिलाफ सरकार से कार्रवाई करने की मांग सदन में रखी । विधायक गोदारा ने सदन में कहा कि 1983 में भू राजस्व रिकॉर्ड तैयार किया गया था जो काफी हद तक सही है उसको लागू नहीं किया। उसको लागू किया जाए तो काफी हद तक इस समस्या का समाधान हो सकता है । विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने भी इस मामले को लेकर हैरानी जताई। विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा, यह गंभीर मसला है इस पर जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए। इस पर राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने माना कि इन गांवों के नशे रिकॉर्ड से गायब हो चुके है, इसकी एफआईआर में नामजद पटवारीगिरदावर सहित कई अधिकारी रिटायर हो चुके हैं। ऐसे में जहां एक तरफ नए सिरे से रिकॉर्ड तैयार करवाने की कार्यवाही हो रही है । विधायक गोदारा ने रिकॉर्ड गायब करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने पर भी सवाल उठाया। पूछा-या सरकार इस क्षेत्र का रिकॉर्ड, नशा फिर से तैयार करेगी। राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने माना कि ग्राम रिड़मलसर पुरोहितान का मूल राजस्व नशा जीर्ण-शीर्ण अवस्था में उपलब्ध है परन्तु यह नशा उपयोग की स्थिति में नहीं हैं। ग्राम नैनों का बास का मूल राजस्व नशा लगभग पन्द्रह सालों से गायब है। मंत्री जाट ने माना
कि सवाल तो वाजिब है लेकिन बहुत देर से उठाया गया है। इतने सालों तक जनप्रतिनिधियों ने यह सवाल यों नहीं उठाया। उन्होंने कहा इस मामले में जांच के लिए एफआईआर करवाई गई है। नेता प्रतिपक्ष ने लगाये गंभीर आरोप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ बोले, इस तरह के गंभीर मामले कभी-कभी सदन के सामने आते हैं । जब 90बी करने के लिए आवेदन किए जाते हैं और उसमें नशा दिया जाता है जबकि नशा गायब पाया जाता है। यह गंभीर मामला है जिसके पीछे एक संगठित गिरोह है। महाजन फील्ड फायरिंग की जमीनों की बंदरबांट भी इसी तरह हुई थी। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि लूणकरणसर में एक तरह से जमीनों की लूट है जिसमें भू-माफिया व प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से खुली लूट मचा रखी है। सरकार गंभीरता से लें और कार्रवाई करें । विधानसभा अध्यक्ष सी.पी.जोशी ने इस बहस में हस्तक्षेप करते हुए मंत्री रामलाल जाट को हिदायत दी, इस दिशा में प्राथमिकता से काम करें। उपनिवेशवन व राजस्व विभाग के बीच सामंजस्य नहीं होने की वजह से यह गड़बड़ी की जाती है। इस प्रकरण को गंभीरता से लेवे तथा इस मामले की शीघ्र समाधान का प्रयास करें। तत्कालीन जिमेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करें। मंत्री रामलाल ने स्वीकारी सिस्टम की गलती सदन में खुद मंत्री रामलाल जाट ने माना कि 1996 के बाद से नशे नहीं मिले। पटवारी आते गए, जाते गए, वर्ष 2013 तक किसी को ये नहीं मिले। यहां के जनप्रतिनिधियों ने मामला नहीं उठाया। वर्ष 2018 में जब सरकार ने न्याय आपके द्वार अभियान चलाया तो इन गांव वालों ने 29 मई 2018 को बहिष्कार किया। इस बहिष्कार के बाद बीकानेर के जिला कलेटर ने 6 जून 2018 को नोटिस जारी किए। मामला सरकार के संज्ञान में आया तो 20 अटूबर 2021 को कार्रवाई के आदेश हुए। नए नशे बनाने के लिए 8 जुलाई 2022 से कार्रवाई शुरू हुई है। अब डीआईएलआरएमपी योजना में नए सिरे से सर्वे चल रहा है। दो साल मे पूरा रिकॉर्डनशे तैयार होंगे।
बीकानेर तहसील के दो गावों के राजस्व नक्शे हुए गायब

