


जयपुर। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी सांसद हनुमान बेनीवाल ने इन दिनों प्रदेश में अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। वे विभिन्न जि़लों में जाकर राज्य सरकार से इन माफियाओं पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में सांसद ने सोमवार को बीकानेर कलक्ट्रेट के बाहर पड़ाव डाल दिया। रात भर चले धरने में उनके साथ आरएलपी कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।साढ़े तीन बजे ख़त्म हुआ धरना सांसद हनुमान बेनीवाल के कलक्ट्रेट के बाहर पड़ाव डालने से प्रशासन में हडक़ंप की स्थिति बनी रही। अफसरों की गुज़ारिश पर देर रात को ही संसद और प्रशासन के अफसरों के बीच समझौता वार्ता चली। प्रशासनिक अधिकारियों ने सांसद बेनीवाल को उनके द्वारा उठाए गए सभी मामलों में उचित और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। तब जाकर सांसद ने देर रात करीब साढ़े तीन बजे धरना ख़त्म किए जाने की घोषणा की।ये भी पढ़ें : हनुमान बेनीवाल का बड़ा ऐलान: आरएलपी बिगाड़ेगी भाजपा और कांग्रेस का गणित
समझौता वार्ता के बाद पड़ाव स्थल पर जानकारी दी गई कि जिन अवैध माइंस के बारे में सांसद ने प्रशासन को अवगत कराया है, उन सभी पर मौके पर जाकर जांच की जाएगी। इसके लिए खान विभाग के साथ पुलिस और प्रशासन के अफसरों की टीमें शामिल रहेंगी। इनमें से कुछ माइंस को लेकर संभागीय आयुक्त ने पहले भी जांच के आदेश दिए हैं। वहीं एक मामले में एफआईआर दर्ज करने को लेकर भी प्रशासन ने सहमति भरी।सांसद बेनीवाल ने कलक्ट्रेट पर रात 12 बजे धरना शुरू किया। बेनीवाल ने कहा कि कुछ दिन पूर्व कलक्ट्रेट पर घेराव के दौरान संभागीय आयुक्त, कलक्टर, आईजी और एसपी समेत अधिकारियों ने मांग पत्र पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। परन्तु इसके बाद भी अवैध खनन, बजरी रॉयल्टी की अवैध वसूली आदि पर कोई अंकुश नहीं लगा है। ऐसे में पुराने मांग पत्र की सभी मांगों पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरना शुरू किया है। देर रात तक कलक्ट्रेट पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा। सांसद बेनीवाल समर्थकों के साथ धरने पर बैठे रहे।सांसद बेनीवाल पीडि़त परिवार से मिले आरएलपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद हनुमान बेनीवाल सोमवार देर रात्रि को पीडि़त परिवार के घर पहुंचे। यहां मृतका के परिजनों से मिलकर उन्होंने ढांढस बंधाया। वही पार्टी फंड से तुरंत 1 लाख रुपए का सहयोग भी पीडि़त परिवार को दिया।बेनीवाल ने इस मामले के जांच अधिकारी एएसपी (ग्रामीण) दीपक कुमार से फोन पर वार्ता कर मामले के मुख्य आरोपी दिनेश को जल्द से जल्द पकडऩे के लिए कहा। साथ ही इस मामले में लिप्त सभी पुलिसकर्मियों में आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की बात कही।मौके पर उप पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार से इस मामले के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अब बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। राज्य सरकार कुंभकरण की नींद सो रही है, तो वहीं भाजपा विपक्ष का दायित्व नहीं निभा रही है।
