


श्रीगंगानगर। आम का प्रोडक्शन वैसे तो श्रीगंगानगर इलाके में नहीं होता लेकिन फिर भी शहर के लोग जुलाई के अंत तक आम का मजा ले सकेंगे। अभी करीब एक माह तक बाजार में अगल-अलग किस्म के आम आएंगे। अभी दशहरी आम आना शुरू हुआ है। इसके बाद लंगड़ा और चौसा आम आने के साथ ही बाजार में आम की आवक कम हो जाएगी। आम विक्रेताओं ने बताया कि इस बार श्रीगंगानगर में काफी मात्रा में आम आए हैं। इनमें सबसे ज्यादा सफेदा आम की आवक रही। यह सफेदा आम अपने गूदे और स्वाद के लिए प्रसिद्ध है और श्रीगंगानगर इलाके में खूब बिकता है। श्रीगंगानगर में यह अप्रैल में आना शुरू होता है और जून के अंत तक इसकी आवक होती है।
सफेदा के मुकाबले दशहरी के दाम कम इलाके में सफेदा आम आंध्रप्रदेश से आ रहा है। यह अपने अंतिम दौर में है। यह आम आंध्रप्रदेश के इलाके से आता है। इसके दाम श्रीगंगानगर आते-आते सत्तर से अस्सी रुपए प्रति किलो तक हो जाते हैं। इन दिनों यह आम करीब सत्तर रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। पीले रंग और बड़े आकार के कारण लोाग इसे पसंद कर रहे हैं। यह अपने अंतिम दौर में हैं। वहीं अब दशहरी आम आना शुरू हो गया है। यह आम उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ, बुलंदशहर आदि इलाकों से आता है। हिमाचल प्रदेश में भी इसका प्रोडक्शन है। ऐसे में यह आम करीब पचास रुपए प्रति किलो तक बिकता है। हरे रंग के इस आम का स्वाद कुछ अलग होता है। हालांकि इस आम की आवक कम लंबे समय तक होने के कारण अगले एक माह तक लोगों को मिलेगा। इन दिनों श्रीगंगानगर में हर दिन कई क्विंटल दशहरी आम आ रहा है। लंगड़ा और चौसा के साथ होगी विदाई जून अंत होते-होते दहशरी के साथ ही लंगड़ा और चौसा आम आने लगेगा। इस आम की आवक कम है और यह बिलकुल सीजन के अंत में आता है। ऐसे में इसके दाम भी 150 रुपए किलो से ज्यादा पहुंच जाता है। इसकी काफी कम आवक के कारण इसकी बिक्री जलाई अंत या अगस्त की शुरुआत तक होती है। इसके बाद आम का सीजन समाप्ति की तरफ हो जाता है। अभी आम के दाम हुए कम फलों के थोक व्यापारी सुरेंद्र कुमार बताते हैं कि अभी आम चालीस से पचास रुपए तक बााजर में आ रहे हैं। इसका कारण दशहरी आम की आवक शुरू होना है। इसके बाद लंगड़ा और चौसा आएंगे और आम का सीजन खत्म हो जाएगा। इलाके में सबसे ज्यादा बिकने वाला सफेदा आम इस बार काफी मात्रा में आाया है और यह अब बस कुछ दिन और बिकेगा। अभी दशहरी आम आने के कारण आम पचास रुपए तक में ग्राहक की पहुंच में हैं।
