


नई दिल्ली। इस साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले मोदी मंत्रिमंडल में आखिरी फेरबदल की तैयारी शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि 10 जून से पहले फेरबदल हो जाएगा। वहीं, संगठन में 10 जून से पहले या फिर 10 जून के बाद बदलाव होगा। कुछ को छोडक़र उम्रदराज और कैडर के बाहर के मंत्रियों को पदमुक्त कर दिया जाएगा। दरअसल, साल 2023 के अंत तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। कर्नाटक में हार के बाद भाजपा के सामने इन राज्यों में जीतना बड़ी चुनौती है। जिस तरह कर्नाटक में भाजपा के मुकाबले कांग्रेस के पास कद्दावर स्थानीय नेता थे, कमोबेश वही स्थिति इन राज्यों में भी है। सूत्रों का कहना है कि आलाकमान का आकलन है कि मौजूदा केंद्रीय मंत्रिमंडल और सांगठनिक ढांचे में फेरबदल कर, भाजपा रणनीतिक रूप से पांचों राज्यों में स्थिति बेहतर कर सकती है। चूंकि, चुनाव में ज्यादा समय बचा नहीं है। ऐसे में जल्द से जल्द परिवर्तन की तैयारी है। मौजूदा मंत्रिमंडल में कुछ अपवादों को छोडक़र उम्रदराज मंत्रियों और कैडर के बाहर के लोगों की जगह युवा और मूल कैडर के कार्यकर्ताओं को जगह मिल सकती है। पांचों चुनावी राज्यों से भी मंत्रियों के कोटे में इजाफा होने की उम्मीद है। सहयोगी दलों के लोगों को भी स्थान मिलने की उम्मीद है।
