


श्रीगंगानगर। सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिशासी अभियंता पवन कुमार यादव ने गुरुवार रात खालसा नगर पंजाबी सिटी स्थित अपने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस का कहना है कि यादव का शव फंदे पर लटका हुआ था और कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा तोडक़र शव को नीचे उतारा गया। पुलिस को इस कमरे से ही एक डायरी में सुसाइड नोट मिला। इसमें लिखा था कि बीवी-बच्चों का ध्यान रखा जाए। वह अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहे हैं। इसके लिए कोई पुलिस कार्रवाई नहीं की जाए।
घटना रात करीब 9:30 बजे की बताई जा रही है। सूचना मिलने पर कोतवाली थाने से रात्रिकालीन प्रभारी सुरजीत सिंह मौके पर पहुंचे तथा शव को नीचे उतारा गया। इसके बाद जिला अस्पताल की मोर्चरी पहुंचाया गया। पुलिस फिलहाल सुसाइड नोट के बारे में खुलासा नहीं कर रही है। बताया जा रहा है कि यादव बीते कई दिनों से तनाव में थे।
पवन यादव का एक बेटा हैदराबाद में, आने पर होगा शव का पोस्टमार्टम
मृतक पवन कुमार यादव के भाई आरके यादव की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर शुक्रवार को कोतवाली में मर्ग रिपोर्ट दर्ज की गई। शुक्रवार सुबह डीएसपी (शहर) अरविंद बिश्नोई, कोतवाली से सब इंस्पेक्टर सुभाष बिश्नोई और सेतिया कॉलोनी पुलिस चौकी प्रभारी पवन शर्मा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। दोपहर में पुलिस पोस्टमार्टम करवाने जिला अस्पताल पहुंची तो परिवारजनों ने बताया कि पवन यादव का एक बेटा हैदराबाद रहता है। उसके आने के बाद पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। मृतक पवन यादव के भाई आरके यादव का कहना है कि पवन यादव के दो बेटे हैं। उत्कर्ष पूना में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। दूसरा बेटा देवांशु हैदराबाद में है। घटना के बाद से पूरा परिवार सदमे में है। कभी भाई पवन ने कोई परेशानी नहीं बताई। पुलिस को दी रिपोर्ट में आरके यादव ने बताया कि गुरुवार रात 9 बजे पवन यादव अपने कमरे में चले गए। करीब 9:30 बजे बेटे उत्कर्ष ने पिता को मोबाइल फोन पर कॉल किया तो कोई जवाब नहीं मिला। इस पर कमरे का दरवाजा खटखटाया तब भी कोई जवाब नहीं मिला। इस पर खिडक़ी से देखा तो पिता छत से लगाए गए फंदे पर लटक रहे थे। बेटे के शोर मचाने पर उसकी मां भागकर आई। कुछ ही समय में आस पड़ोस के अनेक लोग इक_े हो गए। पुलिस को लगभग 10 बजे घटना की सूचना मिली। पीडब्ल्यूडी के एसई नरेंद्र कुमार जोशी का कहना है कि शुक्रवार को लालगढ़ हवाई पट्टी जाना था, इस पर गुरुवार शाम को एक्सईएन यादव को साथ चलने के लिए कई बार फोन किए। कोई जवाब नहीं आया, मैसेज भी छोड़ा इसके बाद भी कोई जवाब नहीं मिला।
शुक्रवार सुबह विभाग के एईएन से यादव के सुसाइड करने की जानकारी मिली। यादव के मार्गदर्शन में शहर सहित विभिन्न जगहों पर सडक़ों का निर्माण कार्य हो रहा था। नए एक्सईएन को चार्ज मिलने के बाद ही आगे काम हो सकेंगे। यादव लोकल थे, उन्हें हर बात का पता रहता था, उनकी कमी हमेशा खलेगी। यादव श्रीगंगानगर में बतौर एक्सईएन 5 मार्च 2019 से कार्यरत थे। इस दौरान वे तीन बार कार्यवाहक अधीक्षण अभियंता भी रहे।
