


बीकानेर। किस पर भरोसा व विश्वास करें और किस पर नहीं। हर कोई आज मौके का फायदा उठाने में लगा है। पीडि़ता की ससुराल में अनबन हुई तो वह ससुराल को छोड़ पीहर में रहने लगी। उसके दो बच्चे भी है। इसी दरम्यान एक युवक से उसकी पहचान हुई। जिसका फायदा उठाते हुए युवक ने विवाहिता के सामने शादी करने तक का प्रस्ताव रख दिया, किंतु स्वाभिमानी और समाज में रह रही विवाहिता ने उसके इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इससे आग बबूला हुए आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर विवाहिता के साथ कुछ ऐसा कर दिया कि आज उसको अपने ही जीवन से घिन्न आने लगी है। बरहाल पुलिस ने पीडि़ता की रिपोर्ट के आधार पर चार नामजद व एक महिला के खिलाफ थाने में मामला दर्ज किया है। मामला छत्तरगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है।
ये है पूरा मामला

सात साल पहले पीडि़ता की शादी हुई थी। उसके दो लड़कियां भी है। ससुराल वालों से झगड़ा कर वह पीहर में रह रही थी। इसी दौरान उसकी पहचान अर्जुनसर निवासी महेन्द्र पुत्र घड़सीराम स्वामी से हुई। आरोपी महेन्द्र ने पीडि़ता पर शादी का दबाव बनाया, तो उसने इनकार कर दिया। इससे आरोपी नाराज हो गया। पीडि़ता ने बताया कि 12 अप्रेल की रात करीब एक बजे घर के बाहर कोई आवाज सुनाई दी। बाहर गई, तो वहां आरोपी महेन्द्र, हरियाणा के जींद निवासी मंजीत पुत्र जगतसिंह, सरदारगढ़ निवासी पवन गिरी पुत्र कानगिरी गोस्वामी एवं कार चालक खड़ा था। इन लोगों ने उसके मुंह पर हाथ रखकर जबरन गाड़ी में डाल दिया और गाड़ी दौड़ा दी। आरोपी उसे हरियाणा के जींद में मनजीत के घर पर लेकर पहुंचे। यहां आरोपी महेन्द्र ने उसके साथ कई बार बलात्कार किया। पीडि़ता को एक कमरे में बंधक बनाकर रखा। मोबाइल भी छीन लिया। यहां मनजीत की पत्नी बसंती भी थी।
पीडि़ता ने बताया कि उक्त सभी आरोपियों ने उस पर महेन्द्र से शादी करने का दबाव बनाया। उन्होंने कहा कि पुलिस में उनके पक्ष में बयान करना नहीं तो दोनों बेटियों को मारने की धमकी दी। इसके बाद आरोपी उसे कार से छतरगढ़ लाया, यहां आरोपियों के डर से उनके पक्ष में बयान दिया।