


जयपुर। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को ग्रेड थर्ड शिक्षकों के तबादले नहीं करने पर 13 जिलों में कांग्रेस का सफाया होने की चेतावनी दी है। जयपुर के राजस्थान कॉलेज में राजस्थान शिक्षा सेवा प्राध्यापक संघ के सत्कार कार्यक्रम में डोटासरा ने सीएम अशोक गहलोत और शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला से कहा- आप दोनों से हाथ जोडक़र निवेदन है कि इन ग्रेड थर्ड टीचर्स की समस्या का समाधान भी कर दीजिए। यह काम नई भर्ती से पहले कीजिए, अगर थर्ड ग्रेड टीचर्स के तबादले नहीं किए तो 13 जिलों में एक भी नहीं आएगा। आपके और मेरे कपड़े फाड़ेंगे।
डोटासरा ने ग्रेड थर्ड टीचर्स तबादले को लेकर राजस्थानी में कहा- ( मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्रीजी थां दोन्यां हूं ही निवेदन है…आं थड्र ग्रेड आलां को भी कांटों काट द्यो बिचारां को….आ नई भर्ती ल्यावो न बिसं पहली पहली जचा दीज्यो,नहीं तो एक ही कोनी आवलो 13 जिलां मं तो, थारा म्हारा कपड़ा फाड़ला। )
डोटासरा ने कहा- दो चार दिन में बैठक कर इस काम के बारे में समझ लीजिए कैसे करना है। अफसरों को बुला लीजिए, कैसे करना है, यह तय कर लीजिए। अफसर फिर भी नहीं समझते हैं। मुख्यमंत्री से हटवा दीजिए। ग्रेड थर्ड शिक्षकों के तबादले तो हमें नई भर्ती से पहले करने चाहिए। मैं यह बात इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मुंख्यमंत्री कहते हैं कि संगठन सर्वोपरी है। कांग्रेस प्रस्ताव पारित कर भिजवाएं, ये पूरा करते हैं। मुख्यमंत्री ने इसे साबित भी किया है। दो बार हमने प्रदेश कांग्रेस कमेटी से बजट को लेकर प्रस्ताव भिजवाए, मुख्यमंत्री ने उन्हें लागू किया है।
शिक्षा मंत्री कल्ला पर डोटासरा का तंज
डोटासरा ने शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला पर तंज कसते हुए कहा- शिक्षा मंत्री बैठे हैं, मैंने तो देखा कल्लाजी बोलेंगे, लेकिन कल्लाजी भूल गए। उम्र का असर है, आपका दोष नहीं है।
मुख्यमंत्री ने सही टाइम पर हटा दिया,चुनावी साल में शिक्षा मंत्री के कपड़े फटते हैं
डोटासरा ने कहा- मैं आपसे लड़ा भी और काम भी किए। एकदम सही टाइम पर मुख्यमंत्री ने मुझे शिक्षा मंत्री पद से हटा भी दिया, नहीं तो अब कपड़े फटने वाला वक्त है। चुनाव के नजदीक शिक्षा मंत्री के कपड़े फटे बिना नहीं रहते, क्योंकि मैं तो एकदम सेफली निकल गया,मुख्यमंत्रीजी। मैं तो आपको आत्मा से धन्यवाद देता हूं और मेरी पत्नी तो डबल धन्यवाद देती है। मेरी पत्नी कहती है अशोक गहलोत का भगवान भला करे,आपको टाइम पर कैबिनेट से विड्रो कर लिया। नहीं तो टीचर इतनी डिमांड करते, इतने काम थे इनके कि पता नहीं क्या होता?
तकलीफ होती तो कह देता, मैं दूसरों की तरह सडक़ पर कांग्रेस की बुराई नहीं कर करता
डोटासरा ने सीएम से कहा- मैं तो आपको आत्मा से धन्यवाद देता हूं। मैं कभी नकली बात नहीं करता। मेरे तकलीफ हो तो मैं कह भी देता हूं कि मुख्यमंत्री यह तकलीफ है, लेकिन मैं सीमा में रहकर और नाप तोल कर सुरक्षित स्थान पर अपनी बात कहता हूं। दूसरों की तरह बाजार में सडक़ पर खड़ा होकर कांग्रेस की बुराई नहीं करता। मेरे खून और संस्कारों में यह बात नहीं है। यह मैं कभी नहीं कर सकता।
मांग पूरी नहीं होने पर चुनावों में सबक मत सीखा देना
डोटासरा ने शिक्षकों से कहा- मैं झांसे नहीं देता। जो होने वाला काम होता है। वह मैं तुंरत हां कर देता हूं। नहीं तो उसी समय मना कर देता हूं। यह अधर झूल में रखने वाला काम मेरे से नहीं होता। आपने तय कर रखा है कि आगे भी कांग्रेस की ही सरकार बनेगी। इसलिए चिंता की जरूरत नहीं है, कुछ मांगें रह जाएंगी तो आगे पूरी कर दी जाएंगी। आप मांग करते हो, हमें भी अच्छा लगता है, लेकिन मांग पूरी नहीं होने पर आप लोहे की छड़ गर्म करके जानवर को दागते हैं, उस तरह का बर्ताव कर जाते हो, वह मत कर देना।
सीएम के क्षेत्र सरदारपुरा में तो सब काम हो गए क्या?
डोटासरा ने कहा- सब काम तो मुख्यमंत्री के मन के भी नहीं होते हैं। सरदारपुरा में तो सब काम हो गए क्या? मैं खूब बजट ले गया लेकिन अब भी मैं जाता हूं तो लोग मेरे कपड़े फाड़ते हैं। कोई सडक़ मांगता है, कोई कुछ मांगता है। काम तो होने ही चाहिए और मांग भी होनी चाहिए। जिस दिन नेता से उम्मीद खत्म हो जाएगी उस दिन सब कुछ शून्य हो जाएगा।
