


जयपुर। अब प्रदेश चुनावी मोड में आ गया है। राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुटे हैं। वहीं सरकार अपनी तैयारी कर रही है। अधिकारियों की तैनाती से लेकर अन्य कार्य किए जाने की तैयारी चल रही है। पिछले तीन दिन से शोर उड़ा है कि अप्रेल माह में बड़ी-बड़ी कुर्सियां बदलेंगी। यानी अधिकारियों के तबादले होंगे। इसी को लेकर कई अधिकारियों ने जयपुर में डेरा डाल दिया है। सोमवार को कलक्ट्रेट में गिनती के ही अधिकारी नजर आए।
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चुनाव से करीब चार से पांच माह पहले अधिकारी बदले जाते हैं। नए अधिकारी आकर कमान संभालते हैं। इसी को लेकर जिले में अधिकारियों की एक नई टीम आने की उम्मीद की जा रही है।
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सोमवार को डीएम जितेंद्र सोनी कलक्ट्रेट में विकास कार्यों की बैठक ले रहे थे। वहीं कुछ अधिकारी जयपुर में थे। इसी तरह पीडब्ल्यूडी के एक-दो एक्सईएन भी जयपुर में रहे। इसके अलावा नगर परिषद, यूआईटी, शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, वन विभाग व अन्य विभागों के अधिकारी भी सोमवार को विभागों में कम दिखे। हालांकि कुछ लिपिकों ने बताया कि अधिकारी आए हैं लेकिन किसी काम से बाहर जाना हुआ। जानकारों का कहना है कि इस समय तबादलों को लेकर अधिकारियों में खलबली मची हुई है।
