

जयपुर। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एक इंटरव्यू के बाद हडक़ंप मच गया है। जो जेल से वीडियो कॉलिंग के जरिए दिया गया है। इस इंटरव्यू में लॉरेंस बता रहा है। कि मूसेवाला की हत्या गोल्डी बरार ने करवाई थी। वही उसकी गैंग चला रहा है। इस इंटरव्यू में ये सामने आया कि वो जेल में रहकर लोगों को धमकाकर फिरौती मांग रहा है। इंटरव्यू सामने आने के बाद पंजाब जेल के अधिकारियों ने ये कहकर पल्ला झाड़ लिया कि लॉरेंस जिस जेल में बंद है। वहां जैमर लगे हुए हैं। यहां कोई इंटरव्यू नहीं हुआ है।
पंजाब जेल के अधिकारियों का बयान सामने आते ही राजस्थान जेल विभाग में हडक़ंप मचा। दरअसल, लॉरेंस करीब एक साल पहले 6 दिन जयपुर सेंट्रल जेल में बंद रहा था। वहीं, पिछले दिनों 14 दिन जवाहर सर्किल थाने में प्रोडक्शन वारंट पर रहा। इस पर जयपुर कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया- लॉरेंस जयपुर पुलिस की कस्टडी में रहने के दौरान ना किसी से मिला ना ही किसी को उसने इंटरव्यू दिया हैं।
जेल विभाग की माने तो लॉरेंस जब आया शेव (दाड़ी) किया हुआ था। उसका हेयर कट भी काफी छोटा था। इंटरव्यू में लॉरेंस की दाढ़ी बढ़ी हुई है। उसके बाल भी काफी बढ़े हुए हैं। जेल विभाग ने बताया- जब लॉरेंस को जयपुर पुलिस जेल में लेकर आई थी। उस दौरान उसके कपड़ों की जांच की गई। पीले रंग की टी-शर्ट नहीं थी। ऐसे में यह वीडियो जयपुर सेन्ट्रल जेल का हो ही नहीं सकता।
वर्तमान में लॉरेंस भटिंडा जेल में है बंद
मंगलवार को जब इंटरव्यू सामने आया उस दौरान लॉरेंस भटिंडा जेल में बंद था। इंटरव्यू जारी होने के बाद जेल विभाग के अधिकारी जेल पहुंचे। लॉरेंस की बैरक की जांच की गई। हालांकि उन्हें बैरक से किसी भी प्रकार का कोई फोन नहीं मिला।
इसके बाद पंजाब पुलिस के सीनियर अधिकारी ने कहा- लॉरेंस को कई एजेंसियां रिमांड पर यहां से लेकर जाती हैं। किसी जेल में यह सब हुआ होगा। लॉरेंस भटिंडा जेल में बंद है। यहां पर जेमर लगे हुए हैं।
बता दें कि पिछले दिनों जयपुर कमिश्नरेट की जवाहर सर्किल थाना पुलिस लॉरेंस को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई थी। इस दौरान जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने बिना सिक्योरिटी के लॉरेंस को मेडिकल कराने के लिए जयपुरिया अस्पताल लेकर गई थी। जिसे लेकर लॉरेंस के वकील ने कोट के सामने इस बात की जानकारी दी थी। इसके बाद लॉरेंस का मेडिकल हर दिन थाने में ही होता था। 14 दिन के रिमांड के दौरान लॉरेंस कड़ी सुरक्षा में जवाहर सर्किल थाने में बंद रहा। जयपुर कमिश्नर का दावा है कि इस दौरान किसी भी प्रकार का कोई मोबाइल या किसी से मिलने से लॉरेंस को नहीं दिया गया।
