


जयपुर। राजस्थान में पिछले दिनों हुई बारिश-ओलावृष्टि के बाद जो तापमान गिरा था। वह अब फिर से बढऩा शुरू हो गया है। पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, बीकानेर, फलौदी, जालोर में कल दिन का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक आ गया। मौसम विशेषज्ञों ने आज से 13 मार्च तक प्रदेश के कई शहरों में गर्मी बढऩे की संभावना जताई है। वहीं, 14 तारीक से फिर बरसात शुरू होगी।
जयपुर मौसम केन्द्र से मिली रिपोर्ट देखें तो कल सबसे ज्यादा 37 डिग्री सेल्सियस तापमान जोधपुर के फलौदी में दर्ज हुआ। बाड़मेर में भी दिन का अधिकतम तापमान 36.5 पर पहुंच गया। उदयपुर, धौलपुर, टोंक, बूंदी, बारां, करौली, अलवर, जयपुर में भी दिन का तापमान 1 से 2 डिग्री सेल्सियस बढ़ा है। जो कल 30 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर चला गया है।
हालांकि रात का तापमान अभी कम है, इससे लोगों को रात में हल्की ठंड का अहसास रहता है। अलवर, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, पिलानी, सीकर, उदयपुर में बीती रात न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। मार्च के शुरू में इन शहरों में रात का न्यूनतम तापमान 16 से 19 डिग्री सेल्सियस के बीच था।
3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है तापमान
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक अगले 3 दिन में कई शहरों में दिन और रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। जयपुर, कोटा, उदयपुर समेत कई शहरों में दिन का तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के तक पहुंच सकता है। वहीं, रेगिस्तानी एरिया बीकानेर, बाड़मेर, जालौर, जैसलमेर, फलौदी में पारा 38-39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।
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14 से बदलेगा मौसम

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक 14 मार्च से एक बड़ा वेदर सिस्टम मध्य भारत में बनेगा, जिसके असर से राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में बारिश हो सकती है। राजस्थान में 14 मार्च से पूर्वी हिस्से में बारिश की गतिविधियां शुरू होने की उम्मीद है। इसके बाद ये धीरे-धीरे आगे बढक़र जयपुर, अजमेर संभाग और जोधपुर संभाग के जिलों में भी बारिश होगी। संभावना है कि बारिश का ये दौर करीब 3-4 दिन तक चलेगा।
ज्यादा स्ट्रांग होगा सिस्टम
मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि 14 मार्च से जो सिस्टम एक्टिव होगा वह पिछले सिस्टम की तुलना में ज्यादा स्ट्रांग होगा। इस कारण 3-4 दिन न केवल बारिश होगी, बल्कि तेज हवाएं चलने, बिजली चमकने और ओले गिरने की भी आशंका है। इस सिस्टम का असर भारत के कई राज्यों में रहेगा और वहां थडरस्ट्राम एक्टिविटी होगी।