


आज मनाई जा रही है महाशिवरात्रि, जानें इस दिन का महत्व
शिव भक्तों के लिए महाशिवरात्रि बहुत महत्वपूर्ण त्योहार है. आज के दिन शंकर भगवान के लिए व्रत रख उनकी खास पूजा-अर्चना की जाती है. महिलाओं के लिए महाशिवरात्रि का व्रत बेहद ही फलदायी माना जाता है. मान्यताओं के अनुसार आज के दिन भोलेनाथ का विवाह माता पार्वती से हुआ था. ऐसी मान्यता है कि महाशिवरात्रि का व्रत रखने से अविवाहित महिलाओं का विवाह जल्दी होता है. वहीं, विवाहित महिलाएं अपने पति के सुखी जीवन के लिए महाशिवरात्रि का व्रत रखती हैं.
सरल विधि से करें आज भोलेनाथ की पूजा
पंडित सुरेश श्रीमाली के अनुसार महाशिवरात्रि पर शिवजी की पूजा के लिए बहुत लंबे चौड़े पूजा-पाठ, हवन-अनुष्ठान की आवश्यकता नहीं है. भोले भंडारी शिव तो श्रद्धापूर्वर केवल शिवलिंग पर शुद्ध जल और बिल्वपत्र अर्पित कर ऊँ नमः शिवाय का जाप करने मात्र से ही प्रसन्न हो जाते हैं.
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भक्त में विश्वास, श्रद्धा और निष्ठा हो तो कामनाएं शीघ्र पूरी हो जाती है और महाशिवरात्रि तो सिद्धिदायक समय है. क्योंकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को चन्द्रमा-सूर्य के समीप होते हैं. इस कारण इस समय जीवन रूपी चन्द्रमा का शिव रूपी सूर्य के साथ योग-मिलन होता है, जो सिद्धि प्रदान करता है.
क्यों की जाती है शिवलिंग की आधी परिक्रमा

शिवलिंग पर लगातार जल चढ़ाया जाता है. माना जाता है कि शिवलिंग पर चढ़ाए गए जल में भी शिव और शक्ति की ऊर्जा के कुछ अंश होते हैं. ऐसे में शिवलिंग की परिक्रमा करते समय इसे लांघा गया तो ये ऊर्जा व्यक्ति के पैरों के बीच से उसके शरीर में प्रवेश कर जाती है. इससे शारीरिक हानि होती है और कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है. इसलिए शास्त्रों में शिवलिंग के जलाधारी या सोमसूत्र को लांघना पाप माना गया है.
शिव को भूलकर भी न चढ़ाएं ये फल
महाशिवरात्रि के दिन पूजा करते समय शिवलिंग पर नारियल नहीं चढ़ाना चाहिए और ना ही नारियल के पानी से शिवलिंग पर अभिषेक करना चाहिए. श्रीफल को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है, जो भगवान विष्णु की अर्धांगिनी हैं. कहते हैं ये फल चढ़ाने से शिव नाराज हो जाते हैं.