

बीकानेर। वर्ष 2021-22 में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं तथा बारहवीं बोर्ड परीक्षा का निर्धारित मानदंड से कम परिणाम रहने पर राज्य की उच्च माध्यमिक स्कूलों में कार्यरत 519 व्याख्याताओं को कारण बताओं नोटिस जारी कर 15 दिनों में अपना स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए है। निधारित अवधि में संतोषजनक जवाब नहीं देने अथवा जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर सीसीए 17 में अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा सकती है।
सीनियर सेकेंडरी परीक्षा 21/22 में 142 व्याख्याताओं के बोर्ड परीक्षा परिणाम निधारित मानदंड से कम रहने पर उन्हें नोटिस जारी किए गए है वहीं 10 वीं बोर्ड का परिणाम कम रहने पर लिए 373 व्याख्याताओं को कारण बताने को कहा गया है। हालांकि व्याख्याता संवर्ग ग्यारहवीं तथा बारहवीं कक्षाओं को अध्ययन कराने के लिए जिम्मेदार है। ये है निर्धारित मानदंडमाध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक कक्षाओं में बोर्ड परीक्षा परिणाम के लिए विभाग ने मानदंड निधारित कर रखे है इन निधारित मानदंडों से कम परिणाम रहने पर जिम्मेदार शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही किए जाने का प्रावधान है।
दसवीं बोर्ड परीक्षा के किसी भी विषय का परीक्षा परिणाम 60 फीसदी अथवा इससे कम रहने तथा उच्च माध्यमिक कक्षाओं का परीक्षा परिणाम 70 फीसदी या इससे कम रहने पर संबंधित विषय के शिक्षक के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने का प्रावधान है।
