


जयपुर। राजस्थान में हड्डी जमा देने वाली ठंड और शीतलहर के बीच बारिश और ओले गिरने का अलर्ट है। वेदर अनुमान के मुताबिक अगले हफ्ते बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं। केंद्रीय मौसम विभाग ने 23 और 24 जनवरी को राजस्थान सहित उत्तर व मध्य भारत के कई हिस्सों में अच्छी मावठ होने की संभावना जताई है।
राज्य के कई हिस्सों में ओले गिरने की भी चेतावनी जारी की गई है। ऐसे में किसानों के लिए अच्छी और बुरी दोनों खबर है। बारिश से जहां रबी की फसलों को फायदा होगा, वहीं ओलों से फसलें चौपट होने का खतरा भी है। आम लोगों के लिए राहत की बात है कि इसके बाद कड़ाके की ठंड का असर कम होने लगेगा।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक 23-24 जनवरी को उत्तर भारत में एक मजबूत वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (वेदर सिस्टम) एक्टिव होगा। इससे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, लद्दाख, उत्तराखंड में बारिश के साथ अच्छी बर्फबारी होगी। इस वेदर सिस्टम का असर मैदानी राज्यों राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिलेगी। यहां अच्छी बरसात के आसार हैं। बारिश के साथ-साथ कई जगहों पर ओले गिरने की भी आशंका है। इस सिस्टम का असर 25 जनवरी तक रहेगा। 26 जनवरी से उत्तर भारत में मौसम साफ होना शुरू हो जाएगा।
लगातार 5वें दिन पारा माइनस में
प्रदेश में आज मौसम की स्थिति देखें तो बुधवार को भी फतेहपुर, चूरू, जोबनेर, माउंट आबू में पारा माइनस में रिकॉर्ड किया गया। चूरू, फतेहपुर, माउंट आबू में लगातार 5वां दिन है, जब तापमान जीरो से नीचे रहा है। माइनस 2.5 डिग्री सेल्सियस के साथ जयपुर का जोबनेर सबसे ठंडा इलाका रहा। इसी तरह से फतेहपुर में तापमान -2.2 और चूरू में -1.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, माउंट आबू में यह -2 डिग्री सेल्सियस रहा। सीकर में भी तापमान जमाव बिंदु से नीचे माइनस 1.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। सीकर में इस सीजन यह दूसरी बार है, जब पारा माइनस में चला गया।

आज से कुछ राहत मिलने लगेगी
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बीकानेर, जोधपुर संभाग के जिलों में आज से सर्दी से राहत मिलने लगेगी। इन एरिया में बर्फीली हवाओं का प्रभाव आज से कम होने लगेगा। एक कम प्रभाव का सिस्टम उत्तर भारत में कल एक्टिव होगा। इस सिस्टम के कारण मैदानी इलाकों में सर्दी का असर कम होगा। बीकानेर में आज इसका प्रभाव दिखा भी। यहां न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस बढक़र 7.2 पर पहुंच गया जबकि पिछले चार दिन से मिनिमम टेम्प्रेचर 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे था। ग्रामीण इलाकों में तो बर्फ जम रही थी।