


जयपुर। नागौर सांसद और आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर एक बड़ा बयान दिया है। बेनीवाल ने कहा कि जयपुर पुलिस कमिश्नर के खौफ में अशोक गहलोत ने अपने बेटे का आरसीए अध्यक्ष के तौर पर निर्विरोध निर्वाचन करवाया दिया। पुत्र मोह में सीएम ने बेटे का निर्वाचन तो करवा दिया लेकिन प्रदेश के लाखों बेटो और भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ से इन्हे कोई मतलब नहीं। सीएम ने नियमों को दरकिनार किया है, जिला इकाईयों को वैध होने के बावजूद अवैध करवाई। पिछली बार बेटे को आरसीए के अध्यक्ष बनाया। इस बार भी डरा धमका कर एक तरफा सीएम के बेटे को अध्यक्ष बना दिया। वहीं दूसरी ओर भर्तियां लीक हो रही है, लाखों युवा पीडि़त हो चुके है। सीएम के करीबियों के नाम जुड़ रहे है, पिछली बार भी ओएसडी और अमित ढाका का नाम जुड़ा। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए, एक बयान जारी करना चाहिए। सीएम खुद कहते है कि वे संवेदनशील है, कहां है। सीएम के करीबी एमएलए ही सरकार चला रहे है। नागौर को नावां के एमएलए चला रहे है, हर जिले में एक मिनी मुख्यमंत्री जिले को चला रहे है। नावां एमएलए जिसका भाई और जीजा हत्या के मामले में अंदर है। उसी के इशारे से नागौर में नियुक्ति होती है। बाकी विधायकों की स्थिति खराब है। पड़ौसी राज्यों की बात करते है सीएम तो गुजरात में शराब बंद है, राजस्थान में भी बंद करें।
