


बीकानेर। बीकानेर जिले की 79 डिस्पेंसरियों में सरकार की ओर से सूचीबद्ध 739 दवाइयों में से 12 को छा़ेड़ सभी उपलब्ध हैं और मरीजों को दी जा रही है। बची हुई 12 दवाइयों में इस मौसम में सर्वाधिक उपयोग वाली कफ सीरप और दर्द के दौरान लगाई जाने वाली डाइक्लोफिनाक जेल शामिल हैं।
दवाइयों की उपलब्धता और वितरण की इसी परफॉर्मेंस के आधार पर दिसंबर महीने में जारी हुई सरकार की डिस्ट्रिक ड्रग वेयर हाऊस रैंकिंग में बीकानेर को पहले नंबर पर माना गया है। आठ पैमानों पर होने वाले इस परीक्षण में बीकानेर को 10 में से 8.52 अंक मिले हैं। दूसरे नंबर पर 8.16 अंकों के साथ दौसा हैं जबकि सबसे निचले पायदान पर 6.29 अंक के साथ जैसलमेर जिला है।
जयपुर-2 जहां चौथे स्थान पर हैं वहीं जयपुर-प्रथम का 16वां स्थान है। मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना की डिस्ट्रिक्ट वेयर हाउस वाइज एक्टीविटी रैंकिंग के इन नतीजों पर बीकानेर के स्वास्थ्य अधिकारी खुशी जता रहे हैं। ड्रग वेयर हाउस प्रभारी डॉ.नवल गुप्ता का कहना है, जो 12 दवाइयां शॉर्ट हैं वे भी जिला स्तर पर स्थानीय परचेज से दी जा रही है। अब वे दवाइयां स्टोर में आ चुकी है और सैंपल जांचने के लिए भेजे हैं। सैंपल रिपोर्ट आते ही इन्हें भी जारी कर दिया जाएगा।

पीबीएम में एक चौथाई से ज्यादा आइटम कम : 969 में से 706 उपलब्ध
जिले की डिस्पेंसरी-पीचसी-सीएचसी जहां दवा वितरण के मामले में नंबर वन है वहीं पीबीएम हॉस्पिटल में एक चौथाई से ज्यादा आइटम कम हैं। यहां सूचीबद्ध 969 में से 706 आइटम उपलब्ध हैं। मतलब यह कि 27.41 प्रतिशत की कमी है।