


बीकानेर । भारत और ऑस्ट्रेलिया सेनाओं के बीच महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में चल रहे द्विपक्षीय प्रशिक्षण अभ्यास ‘ऑस्ट्रा हिंद 22’ शनिवार को समापन हुआ। पिछले 14 दिनों से दोनो देशों की सेनाओं के बीच सयुंक्त युद्धाभ्यास चल रहा था ।शनिवार को सैनिकों ने आतंकवादियों द्वारा कब्जा किए हुए एक गांव को मुक्त करवाने, ग्रामीणों को सुरक्षित बचाने का दोनो देशों के सैनिकों ने संयुक्त अभ्यास किया । हिन्द ऑस्ट्रा-22 में निर्णायक युद्धाभ्यास हुआ ।रक्षा प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि यूनाइटेड नेशन के जनादेश के अनुसार भारत और ऑस्ट्रेलिया ने हर वर्ष संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास करने का फैसला किया है। जिसकी पहली कड़ी के तहत ट्रेनिंग एक्सरसाइज भारत में शुरू हुई है। इसकी तय रूपरेखा के तहत यह अभ्यास दोनों देशों में बारी-बारी से होगा। यानी एक वर्ष भारत में तो दूसरे वर्ष ऑस्ट्रेलिया में अभ्यास किया जाएगा । ऑस्ट्रा हिंद 22 में ऑस्ट्रेलिया की सेकिंड डिवीजन के 60 सैनिक और भारत की डोगरा रेजीमेंट के 60 जवानों ने युद्धाभ्यास किया।डोगरा रेजिमेंट के एसपीएस रावत, ब्रिगेडियर ने बताया कि आधुनिक तकनीक और हथियारों के साथ दोनो देशों के सैनिकों ने एकीकृत प्रणाली के तहत एक दूसरे की टेक्टिस, संरचनात्मक ढांचे, युद्ध की परक्रियाओ, अनुभव और प्रशिक्षण को प्राप्त किया है। आस्ट्रेलिया कम्पनी कमांडर निकोलस रूटीन ने पत्रकारों को बताया कि ऑस्ट्राहिंद-22 युद्धाभ्यास का उद्देश्य दोनो देशों के बीच सकारात्मक सैन्य संबंध बनाना, एक-दूसरे की उत्कृष्ट प्रक्रियाओं को अपनाना और अर्ध-रेगिस्तानी इलाके के कई क्षेत्रों में अभियान चलाते वक्त एक साथ काम करने की क्षमता को बढ़ाना है। यह संयुक्त अभ्यास दोनों सेनाओं के बीच आपसी समझ को बढ़ावा देने के अलावा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगा।
ढूंढ़कर दुश्मनों को मार गिराया
इस युद्धाभ्यास में दुश्मन को टारगेट करके मारने की नीति पर काम हुआ। इस दौरान सेना को सर्विलांस और इंटेलिजेंस सिस्टम से रूबरू कराया गया। कल्पना की गई कि एक गांव में दुश्मन छिपे हुए हैं। उन्होंने कुछ घरों पर कब्जा कर ग्रामीणों को बंधक बना लिया है। इस पर सेना ने हमले की रणनीति बनाकर ऑपरेशन शुरू किया। दोनों देशों के सैनिकों की टुकड़ी को दुश्मन के इलाके में हेलिकॉप्टर ध्रुव से उतारा गया। दोनों देशों के सैनिकों ने सटीक निशानेबाजी का अभ्यास भी किया। इस दौरान टैंक भी रेत के धोरों में दौड़ते हुए दिखे।
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विदेशी हथियारों का किया अभ्यास-:

बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में चल रहे संयुक्त युद्धाभ्यास के दौरान भारत और आस्ट्रेलिया के सैनिक एक दूसरे से हथियार चलाना सीखते और सिखाते नजर आए।
आस्ट्रेलिया सेनिको ने विदेशी हथियारों में बारे क्षमता सहित जानकारी दी।
हथियारों को किया प्रदर्शित
महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में दोनो देशों के सैनिकों के बीच चल रहे युद्धाभ्यास ऑस्ट्राहिंद – के दौरान दोनों देशों के सैनिकों की और से उपयोग में लिए जा रहे आधुनिक हथियारों को भी प्रदर्शित किया गया। इस दौरान भारत की डोगरा रेजीमेंट के हथियारों को ऑस्ट्रेलिया की 13वीं ब्रिगेड के सेकेंड डिवीजन के सैनिकों ने देखा, उनकी जानकारी ली और भारतीय सैनिकों से उन्हें चलाना भी सीखा। इसी प्रकार भारतीय सैनिकों ने भी ऑस्ट्रेलियाई सैनिकों के हथियारों को देखा, परखा और हथियारों को चलाने की जानकारी ली।