


बीकानेर। श्रीडूंगरगढ़। उतरी भारत में बने मौसम तंत्र का समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। उतरी भारत में बने मौसम तंत्र का असर राजस्थान में दिखाई दे रहा है पिछले दो दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आ रहा है। आसमान में बादलों ने डेरा डाल रखा है। सोमवार को श्री डूंगरगढ़ क्षेत्र के कई गांवों में बूंदाबांदी हुई । सातलेरा गांव में गड़गड़ाहट के साथ शुरू हुई बूंदाबांदी के बीच रोही में कृषि कुओं की विद्युत सप्लाई की उच्च क्षमता लाइन पर तेज धमाके के साथ आकाशीय बिजली गिरने से तार टूट कर जमीन पर गिर गए। जिस समय आकाशीय बिजली गिरी उस वक्त विद्युत आपूर्ति चालू थी तार टूटने से नीचे पड़े कचरे ने आग पकड़ ली। पास में ही कृषि कुए पर रहने वाले शंकर लाल जाखड़ ने स्थानीय जीएसएस पर फोन कर तुरंत विद्युत सप्लाई बंद करवाई जिसके कारण एक बड़ा हादसा घटित होने से टल गया। कोई बड़ा नुकसान नहीं होने से किसान ने राहत की सांस ली तथा भगवान का शुक्रिया अदा किया। आस पास के किसान कैलाश जाखड़, रामचंद्र मुखराम आदि ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि आस पास की ढाणियों में रहने वाले लोग सहम गए। समाचार लिखे जाने तक टूटा तार जमीन पर ही गिरा पड़ा हुआ था।
खेत खलिहानों का काम ठप – मौसम के बिगड़े मिजाज के बीच हुई बूंदाबांदी से खेती बाड़ी का काम एकबारगी ठप हो गया। किसानों ने बताया कि बूंदाबांदी के चलते फसलें गीली होने के कारण फसल निकलाई का काम बंद हो गया है। ज्यादा बारिश होने पर फसलों के खराब होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता । मौसम में बदलाव के आज श्री डूंगरगढ़ क्षेत्र में कोहरा देखने को मिला तथा वातावरण में का अहसास भी शुरू हो गया है।हुआ नजर आ रहा है। आसमान में बादलों ने डेरा डाल रखा है। सोमवार को श्री डूंगरगढ़ क्षेत्र के कई गांवों में बूंदाबांदी हुई । सातलेरा गांव में गड़गड़ाहट के साथ शुरू हुई बूंदाबांदी के बीच रोही में कृषि कुओं की विद्युत सप्लाई की उच्च क्षमता लाइन पर तेज धमाके के साथ आकाशीय बिजली गिरने से तार टूट कर जमीन पर गिर गए। जिस समय आकाशीय बिजली गिरी उस वक्त विद्युत आपूर्ति चालू थी तार टूटने से नीचे पड़े कचरे ने आग पकड़ ली। पास में ही कृषि कुए पर रहने वाले शंकर लाल जाखड़ ने स्थानीय जीएसएस पर फोन कर तुरंत विद्युत सप्लाई बंद करवाई जिसके कारण एक बड़ा हादसा घटित होने से टल गया। कोई बड़ा नुकसान नहीं होने से किसान ने राहत की सांस ली तथा भगवान का शुक्रिया अदा किया। आस पास के किसान कैलाश जाखड़, रामचंद्र मुखराम आदि ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि आस पास की ढाणियों में रहने वाले लोग सहम गए।

खेत खलिहानों का काम ठप – मौसम के बिगड़े मिजाज के बीच हुई बूंदाबांदी से खेती बाड़ी का काम एकबारगी ठप हो गया। किसानों ने बताया कि बूंदाबांदी के चलते फसलें गीली होने के कारण फसल निकलाई का काम बंद हो गया है। ज्यादा बारिश होने पर फसलों के खराब होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता । मौसम में बदलाव के आज श्री डूंगरगढ़ क्षेत्र में कोहरा देखने को मिला तथा वातावरण में का अहसास भी शुरू हो गया है।