


बीकानेर। नगर निगम में महापौर आयुक्त के वर्चस्व की लड़ाई चरम पर पहुंच गई है। मंदसौर यह है कि आयुक्त और महापौर एक दूसरे को गलत साबित करने और नीचा दिखाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं इसी के चलते महापौर में आयुक्त पर प्रहार कर प्रेस के सामने अपना दुखड़ा रोया । पत्रकार वार्ता में महापौर ने सरकार को चेताया है कि अगर निगम आयुक्त को नहीं हटाया गया तो श्री डूंगरगढ़ नगरपालिका वाले हालात पैदा ना हो जाए। महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने कहा कि नगर निगम में आयुक्त गोपाल राम बरदा किसी की भी नहीं सुन रहे हैं वे जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों को भी सम्मान की दृष्टि से नहीं देखते। जिससे कांग्रेसी पार्षद भी नाराज नजर आ रहे हैं। महापौर में आरोप लगाया कि एक और तो राज्य सरकार आमजन के कार्यों को प्राथमिकता से करने की बात कहती है। वहीं दूसरी ओर निगम आयुक्त जनता के कार्यों में इसी प्रकार की रुचि नहीं दिखा रहे हैं । जिसका जीता जागता उदाहरण हजारों की संख्या में लंबित पड़े लोगों के पट्टे आवेदन हैं। इतना ही नहीं शहर के विकास के लिए लगाए जाने वाले निविदाओं को भी आयुक्त निरस्त कर देते हैं। सुशीला कंवर में डॉक्टर बी डी कल्ला पर भी आरोप लगाते हुए कहां की मंत्री ने आयुक्त को संरक्षण दे रखा है। जिसके कारण नगर निगम आयुक्त मनमानी करते हैं, ना तो उच्चाधिकारियों की सुनते हैं और न हीं जनप्रतिनिधियों की। हालात यह है कि वे जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों की कार्यों में भी हस्तक्षेप करते हैं। अगर सरकार ऐसे अधिकारी को नहीं हटाती है तो वह जनता के साथ मिलकर आगामी 7 दिनों बाद एक बड़ा जन आंदोलन करेगी।
