

बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के एक किसान के लिए बीती रात काली दिवाली साबित हुई है और किसान का आशियाना जलकर खाक हो गया है। गांव सोनियासर मिठिया में किसान हरिराम पुत्र अगराराम मेघवाल के खेत में बनी ढाणी में ही 20 वर्षों से उसका घर संसार बसा था। हरिराम ने हंसी खुशी परिवार के साथ लक्ष्मी पूजन किया व पूरा परिवार भोजन करके ढाणी के बाहर ही सो गया। रात करीब दो बजे उसकी आंख ढाणी में लगी आग की लपटों से उठी आंच से खुली। आग ने पूरी ढाणी को चपेट में ले लिया। तीन गर्भिणी बकरियों की दर्दनाक मौत जलने से हो गयी व उनके नवजात भी जलकर राख हो गए। हरिराम गाय को बचाने दौड़ा और गाय को जलते झोंपड़े से बाहर निकाला। गाय को बचा लिया परंतु हरिराम के हाथ कंधे झुलस गए है। ढाणी में सोने चांदी के गहने, 15 हजार के करीब नगदी, तीन क्विंटल ग्वार, 10 क्विंटल बाजरा, कपड़े बर्तन, बिस्तर सब खाख हो गए। आग के कारणों का पता नहीं चल सका है और आग जलाकर सबकुछ भस्म करने के बाद शांत हुई। सरपंच नंदकिशोर बिहाणी मौके पर पहुंच गए है और बिहाणी ने प्रशासन से गरीब किसान की मदद करने की मांग की है। गांव के जागरूक समाजसेवी भंवरलाल जोशी ने प्रशासन व सक्षम नागरिकों से मदद का हाथ बढ़ाने की बात कही है। झुलसे हरिराम को सांडवा अस्पताल से प्राथमिक उपचार दिलवाया गया है।
