


जयपुर। राजस्थान में मानसून की विदाई शुरू हो चुकी है। 5 अक्टूबर तक मानसून के पूरे प्रदेश से विदा होने की संभावना है। हालांकि मौसम विशेषज्ञों ने जाते मानसून में भी बारिश होने के आसार जताए हैं। राज्य के 6 जिलों में बारिश हो सकती है। इस सीजन में औसतन 592.6MM बरसात हुई, जो सामान्य से 37 फीसदी और साल 2011 के बाद सबसे ज्यादा है।
पिछले 24 घंटे में गंगानगर, हनुमानगढ़ में बारिश हुई। सबसे ज्यादा 22MM बारिश गंगानगर के रायसिंहनगर में हुई। गंगानगर शहर में 17, हनुमानगढ़ में 14MM बरसात हुई। इसके अलावा पाली, राजसमंद जिलों में भी पानी बरसा। मौसम विशेषज्ञों ने उदयपुर, राजसमंद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चितौड़गढ़ और प्रतापगढ़ जिलों में अगले 4 दिन में बारिश होने की संभावना जताई है।
मौसम केन्द्र के मुताबिक इस मानसून सीजन में करौली को छोड़कर बाकी जिलों में सामान्य से ज्यादा बरसात हुई है। अच्छी बरसात का ही नतीजा रहा है कि इस बार राज्य में फसल भी अच्छी हुई, हालांकि पिछले दिनों हुई बरसात से जयपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा संभाग के कई जिलों में फसलों को काफी नुकसान पहुंचा। इस बार जुलाई के महीने में सबसे ज्यादा बरसात हुई, जबकि सितंबर में बारिश अब तक औसत से भी कम है।
राजस्थान में इस बार अच्छे मानसून के चलते एक नया रिकॉर्ड बना है। जुलाई के महीने में 270MM औसत बरसात हुई थी, जो पिछले 66 साल में इस महीने की सर्वाधिक बारिश रही। मौसम केन्द्र जयपुर के मुताबिक साल 1956 में 308.7MM बरसात हुई थी, जिसके बाद इस साल सर्वाधिक बारिश हुई है।
इस साल सितम्बर में बारिश का जो पूर्वानुमान जारी किया था, उसके मुताबिक बारिश कम हुई। 1 से 26 सितम्बर तक राज्य में 52.6MM बारिश हुई है, जो पिछले 4 सीजन में सबसे कम है। इस बार सितम्बर में अब तक औसत से 17 फीसदी कम बारिश हुई है। पिछले 11 साल में ये चौथे सीजन है जब सितम्बर के महीने में 60MM से भी कम बरसात हुई है।
अब बढ़ेगा तापमान

मौसम केन्द्र जयपुर के मुताबिक अगले 3-4 दिन मौसम शुष्क रहने से तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी होगी। मौसम केन्द्र दिल्ली के मुताबिक अगले 2-3 दिन के अंदर उत्तर भारत में जिस तरह की परिस्थितियां बन रही है उसे संभावना है कि मानसून की विदाई का दौर फिर से शुरू हो जाएगा। वर्तमान में राजस्थान के बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर के कुछ हिस्सों से मानसून विदा हो चुका है।